ग्वालियर।अतुल सक्सेना।
भाजपा के कद्दावर नेता, पूर्व मंत्री बजरंग दल के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष जयभान सिंह पवैया बाबरी विध्वंस मामले में अपना बयान दर्ज कराने ग्वालियर से रवाना हो गए। लखनऊ में सीबीआई की विशेष अदालत में आज 12 जून को पवैया की पेशी है। सीबीआई की अदालत ने जय भान सिंह पवैया को अंतिम बयानों के लिए तलब किया है। बयान दर्ज कराने जाने से पहले पवैया ने कहा कि ये अवसर बहुत पुण्य के बाद मिलता है। उन्होंने कहा कि राम काज में मुझे सजा हो जाए, मेरे प्राण भी चले जाएं तो मुझे दुःख नहीं होगा।
6 दिसंबर 1992 को अयोध्या में हुए बाबरी विध्वंस मामले में देश के कई शीर्ष राजनेताओं, धर्मगुरुओं और संतों को मुख्य आरोपी बनाया गया है इस मामले में पूर्व कैबिनेट मंत्री उमा भारती, लालकृष्ण आडवाणी, डॉ मुरली मनोहर जोशी, विनय कटियार और महंत नृत्य गोपाल दास के साथ जयभान सिंह पवैया मुख्य आरोपी हैं। सुप्रीम कोर्ट द्वारा जल्दी फैसला लिए जाने की हिदायत के बाद इस माह सभी के अंतिम बयान दर्ज किये जाने हैं। इसी कड़ी में बीती शाम पूर्व मंत्री एवं बजरंग दल के तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष जयभान सिंह पवैया ग्वालियर से रवाना हो गए। जाने से पहले पवैया के निवास पर उनके समर्थक और राम भक्तों ने उन्हें शुभकामनाएं दी। इस मौके पर पवैया ने कहा कि वे विशेष अदालत में प्रस्तुत होने जा रहे हैं। उन्हें गर्व है कि आजादी से भी बड़े राष्ट्रीय आंदोलन का वे हिस्सा बने और 800 वर्षों से भारत की धरती पर खड़े विदेशी आक्रमणकारियों के कलंक को धोने में उन्होंने अपनी भूमिका निभाई ।
पवैया ने कहा कि सच और झूठ का फैसला अदालत करेगी मैं तो सिर्फ इतना जानता हूँ कि मेरा शेष जीवन राम जी और राष्ट्र के काम आता है तो वे स्वयं को धन्य समझेंगे। पवैया ने कहा कि मैं राम काज के लिए जा रहा हूँ इसमें मुझे सजा भी हो जाए या मेरे प्राण भी चले जाये तो दुःख नहीं होगा। रवाना होने से पहले पवैया के निवास पर मौजूद पंडित रामाधार पांडे ने तिलक लगाकर पवैया को आशीष दिया और राम भक्तो ने जय श्रीराम का जयघोष किया। पवैया ने राम चरित मानस के चौपाई ” मोहे ना कछु बांधे कोई लाजा, कीन्ह चहहु निज प्रभु कर काजा ” दोहराई और शुभकामनाएं लेकर लखनऊ के लिये रवाना हो गए।