ग्वालियर। अतुल सक्सेना| शिवराज सरकार के इस बार के कार्यकाल में बहुत कुछ नया हो रहा है। पहले मंत्रिमंडल के गठन में देरी फिर इसके विस्तार में बहुत ज्यादा मंथन, कई पेंच, दिल्ली तक दौड़, हाई कमान से इजाजत, वरिष्ठ नेताओं के आवास पर जाना और ना जा कितनी मशक्कत। अब जब मंत्रिमंडल विस्तार की तारीख और समय तय हो गया है तो एक सूची तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है जिसे दिल्ली से आई सूची कहा जा रहा है। सूची में ये बताया गया है कि कौन कैबिनेट मंत्री होगा और कौन राज्य मंत्री होगा।
ज्योतिरादित्य सिंधिया के 22 विधायकों के साथ कांग्रेस छोड़ने के बाद मध्यप्रदेश के राजनैतिक घटनाक्रम में जो बदलाव हुआ वो इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया। सिंधिया के साथ इतनी बड़ी संख्या में विधायकों ने पार्टी छोड़ी इतना ही नहीं इनमें 6 कैबिनेट मंत्री भी शामिल थे, ये सामान्य घटना नहीं कही जा सकती। यही वजह रही कि शिवराज सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार में सिंधिया को संतुष्ट करना जरूरी हो गया था। क्योंकि जो नेता विधायकी और मंत्री पद छोड़कर आये थे उनके प्रति सिंधिया की भी जवाबदारी थी।पिछले कुछ दिनों से इस बात को लेकर चर्चा हो रही थी कि मंत्रिमंडल में भाजपा से कौन होगा और कौन कौन सिंधिया समर्थकों को जगह मिलेगी। करीब 25 से 30 नाम ऐसे मीडिया में चल रहे थे जिन्हें मंत्री बनाये जाने के दावे किये जा रहे थे। लेकिन सूची इतनी गुप्त है कि सूची लेकर भोपाल पहुंचे प्रदेश भाजपा प्रभारी विनय सहस्त्रबुद्धे ने भी इसका खुलासा करने से इंकार कर दिया उन्होंने कहा कि गुरुवार को इसका खुलासा हो जायेगा अभी सार्वजनिक करने की आवश्यकता नहीं है। लेकिन सोशल मीडिया पर एक सूची तेजी से वायरल हो रही है इसमें कैबिनेट और राज्य मंत्री बनने वाले नेताओं के नाम बताये गए हैं। एमपी ब्रेकिंग न्यूज़ वायरल हो रही लिस्ट की सत्यता की पुष्टि नहीं करता है|