ग्वालियर। महारानी लक्ष्मीबाई कला एवं वाणिज्य महाविद्यालयमें बनाये गए स्ट्रॉंग रूम में ग्वालियर जिले की 6 विधानसभाओं की ईवीएम, वीवीपैट और कंट्रोल यूनिट रखी है। प्रशासन ने दावा किया है कि इन मशीनों की त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की जा रही है लेकिन बीती रात 2 बजे अचानक डिस्प्ले बोर्ड पर मशीनें दिखना बंद हो गई यानि डिस्प्ले बंद हो गया जिसके बाद वहां निगरानी के लिए बैठे कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने हंगामा कर दिया।
एमएलबी कॉलेज के मध्य भाग वाले भवन में सुरक्षाकर्मियों की कड़ी निगरानी में सभी 1726 में प्रयोग की गई ईवीएम, वीवीपैट और कंट्रोल यूनिट रखी हैं। जिला प्रशासन ने पारदर्शिता अपनाते हुए भवन का दृश्य बाहर दिखते रहने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं और इन कैमरों से जोड़कर तीन डिस्प्ले स्क्रीन भवन के बाहर। जिन्हें कोई भी देख सकता है। बीती रात 2 बजे ये तीनों डिस्प्ले बंद हो गए तो यहाँ मशीनों की निगरानी के लिए बैठे कांग्रेस प्रत्याशी प्रद्युम्न सिंह तोमर , मुन्नालाल गोयल और प्रवीण पाठक के समर्थकों ने हंगामा कर दिया। उनके शोर मचाने के बाद वहां तैनात सुरक्षाकर्मी और प्रशासन के कर्मचारी दौड़े हुए आये लेकिन तब तक स्क्रीन पर डिस्प्ले फिर चालू हो गया।ये लगभग दो से तीन मिनट बंद रहा।कर्मचारियों ने बताया कि बिजली चली गई थी इसलिए डिस्प्ले बंद हो गया था।
उधर कांग्रेसियों ने इसे शासन की चाल बताया है। कांग्रेस प्रत्याशी मुन्नालाल गोयल की तरफ से निगरानी के लिए बैठे युवक कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता नितिन शिवहरे ने कहा कि सुरक्षा और व्यवस्था के दावे झूठे हैं उन्होंने कहा कि कल 2 दिसंबर थी लेकिन डिस्प्ले पर पूरे दिन 3 दिसंबर दिखता रहा। और रात को 2 बजे डिस्प्ले बंद हो गया। उन्होंने इसे भाजपा की एक चाल बताया। वहां प्रद्युम्न सिंह तोमर के लिए निगरानी पर बैठे पार्षद चंदू सेन ने कहा कि ये भाजपा की बौखलाहट है इसलिए प्रशासन को दबाव में लेकर इस तरह की हरकत करवा रही है। उन्होंने ऐसा नहीं होने देंगे। हम 24 घंटे कड़ी निगरानी कर रहे है। उन्होंने इसकी जानकारी वरिष्ठ नेताओं को दे दी है। कांग्रेस प्रत्याशी प्रद्युम्न सिंह तोमर और मुन्नालाल गोयल कि वे इस मामले की चुनाव आयोग में शिकायत करेंगे।
उधर इस पूरे मामले को जिला निर्वाचन अधिकारी एवं कलेक्टर अशोक कुमार वर्मा ने गलत बताया है। उन्होंने डिस्प्ले बंद होने की घटना को सिरे से ख़ारिज कर दिया और कहा है कि मेरी जानकारी में ऐसा कुछ नहीं हुआ। मशीनों की पूरी तरह सुरक्षा की जा रही है।