Fri, Dec 26, 2025

जीत के बाद बोले कांग्रेस विधायक डॉ सतीश सिकरवार, एक महल कहाँ लाखों मकानों से टक्कर ले पाता

Written by:Atul Saxena
Published:
जीत के बाद बोले कांग्रेस विधायक डॉ सतीश सिकरवार, एक महल कहाँ लाखों मकानों से टक्कर ले पाता

MP Election 2023 Result : ग्वालियर जिले की ग्वालियर पूर्व विधानसभा सीट पर एक बार फिर जनता ने वर्तमान कांग्रेस विधायक डॉ सतीश सिंह सिकरवार पर ही भरोसा जताया है, जीत के बाद उन्होंने मीडिया से बात करते हुए इसका श्री उनकी विधानसभा की जनता को दिया, सतीश सिकरवार ने सिंधिया के महल पर भी तंज कसा और पीएम मोदी पर भी निशाना साधा।

ग्वालियर पूर्व विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी वर्तमान विधायक डॉ सतीश सिंह सिकरवार की जीत पहले से लगभग तय मानी जा रही थी लेकिन शुरुआत में हर चुनाव की भाजपा प्रत्याशी बढ़त में रही, चुनाव मैदान में इस पूर्व मंत्री एवं केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की मामी माया सिंह थी, उनकी बढ़त से उनके समर्थकों में ख़ुशी की लहर दिखाई दी।

बढ़त शुरू हुई तो फिर जीत में बदलकर ही रुकी 

लेकिन हमेशा की तरह आश्वस्त डॉ सतीश सिंह सिकरवार के मजबूत क्षेत्रों की गिनती जैसे ही शुरू हुई उन्होंने बढ़त बनाना शुरू कर दी और फिर ये जीत के बाद ही रुकी, सतीश सिकरवार ने 16000 से ज्यादा वोटों के अंतर से महल प्रत्याशी माया सिंह को हरा दिया।

पार्टी की इतनी बड़ी हार पर बोले कांग्रेस विधायक, मंथन होगा  

मीडिया से बात करते हुए विधायक सतीश सिंह सिकरवार ने कहा कि ये ग्वालियर पूर्व विधानसभा की जनता की जीत है उसने मुझपर एक बार फिर भरोसा जताया है, मेरी  कोशिश रहेगी उसे निराश नहीं करूँगा, कांग्रेस की इतनी बड़ी हार के सवाल के जवाब में चौंकते हुए उन्होंने कहा इसपर मंथन होगा कि आखिर परिणाम उल्टा कैसे हो गया ?

पार्टी की हार के लिए पीएम मोदी पर कसा तंज 

उन्होंने कहा कि हार की समीक्षा की जाएगी और देखा जायेगा कि आखिर क्यों पार्टी हारी, क्यों पार्टी के बड़े नेता हारे? उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि पीएम मोदी जी के इजराइल से अच्छे सम्बन्ध हैं हो सकता है उन्होंने वहां से इंजीनियर बुलाये हो कोई तकनीकी गड़बड़ी तीनों राज्यों में कराई हो।

ज्योतिरादित्य सिंधिया के महल पर भी साधा निशाना 

महल की प्रत्याशी सिंधिया की मामी माया सिंह से टक्कर के सवाल पर कांग्रेस विधायक सतीश सिंह  सिकरवार ने कहा कि ये जनता की जीत है काहे का अहल महल, कुछ नहं होता महल, मकान और झोपडी, और फिर डेढ़ लाख मकानों से एक महल क्या टक्कर ले पाता?

ग्वालियर से अतुल सक्सेना की रिपोर्ट