अरुण यादव का बड़ा हमला, बोले – MP में गुंडागर्दी चरम पर, दी चेतावनी- विपक्ष की आवाज दबाने की कोशिश ना करे सरकार

अरुण यादव ने कहा भाजपा सरकार जान बूझकर कांग्रेस नेताओं को नुकसान पहुंचा रही है, उन्होंने कहा कि डॉ गोविन्द सिंह और उनके परिवार के खिलाफ षड्यंत्र किया जा रहा है, वे सात बार विधायक रह चुके हैं प्रशासन के लोग उन्हें नाजायज परेशान कर रहे हैं।

Atul Saxena
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Arun Yadav

Former Union Minister Arun Yadav’s attack on MP Government: प्रदेश सरकार पर घोटालों और अराजकता का माहौल बनाने का आरोप लगाते हुए इन दिनों कांग्रेस आक्रोशित है, प्रदेश क एअलग अलग जिलों में कांग्रेस धरना प्रदर्शन कर रही है, और एक ज्ञापन दे रही है, आज इसी क्रम में भिंड के लहार में  कांग्रेस का धरना है, कांग्रेस के सभी बड़े नाता इसमें शामिल हो रहे हैं।

धरने में शामिल होने के लिए पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव भिंड जाने से पहले ग्वालियर पहुंचे, उन्होंने  मीडिया से बात करते हुए कहा कि मप्र में गुंडागर्दी चरम पर है भाजपा सरकार जान बूझकर कांग्रेस नेताओं को नुकसान पहुंचा रही है, उन्होंने कहा कि डॉ गोविन्द सिंह और उनके परिवार के खिलाफ षड्यंत्र किया जा रहा है, वे सात बार विधायक रह चुके हैं प्रशासन के लोग उन्हें नाजायज परेशान कर रहे हैं।

मध्य प्रदेश पुलिस  पर लगाये गुंडा गर्दी के आरोप 

अरुण यादव ने कहाआज हम लहार में धरना कर रहे हैं कलेक्टर को ज्ञापन देंगे, उन्होंने कहा कल मैं डीजीपी से मिला था, 6 अगस्त को शांतिपूर्वक आंदोलन इंदौर में था पुलिस ने मारपीट की, हमारे प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी को चोट आई,  मध्य प्रदेश की पूरी पुलिस गुंडा गर्दी कर रही है, विपक्ष की बात भी हम ठीक से नहीं उठा पा रहे है।

अरुण यादव की चेतावनी- विपक्ष की आवाज को दबाने की कोशिश न करे सरकार 

अरुण यादव बोले आज हम भिंड में है  कल कहीं और होंगे, कांग्रेस अलग अलग जिलों में स्स्जक्र इस सरकार के चेहरे को बेनकाब कर रहे हैं  हम इस सरकार के खिलाफ लगातार लड़ेंगे , उन्होंने कहा कि मैं चेतावनी देना चाहता हूँ , विपक्ष की आवाज को दबाने की कोशिश न करे, इसका परिणाम ठीक नहीं होगा।

ग्वालियर से अतुल सक्सेना की रिपोर्ट 


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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