ग्वालियर, अतुल सक्सेना| शहर के हृदय स्थल महाराजबाड़ा क्षेत्र में पिकंसी होटल के पास चल रही कलारी को विक्टोरिया मार्केट के पीछे कृष्णा मार्केट के मुख्य गेट पर शिफ्ट किये जाने का माकपा ने विरोध किया है। विरोध दर्ज कराते हुए माकपा ने बुधवार को धरना दिया और चेतावनी दी कि यदि दुकान को हटाया नहीं गया तो बड़ा आंदोलन होगा।
पिंकसी होटल के पास स्थित देशी शराब की दुकान को वहाँ से शिफ्ट कर कृष्णा मार्केट के मेन गेट के सामने खोला जा रहा है। यह शराब की दुकान ऐसी जगह पर शिफ्ट की जा रही है जहां 7-8 स्टेशनरी की दुकानें हैं । माकपा का कहना है कि इन दुकानों पर स्कूल-काॅलेज में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स स्टेशनरी खरीदने के लिये आते रहते हैं और यदि यहाँ शराब की दुकान खोली गई तो उनपर विपरीत असर होगा। कृष्णा मार्केट में किताबों, स्टेशनरी की दुकानों के अलावा बेकरी और घरेलू कार्य के लिये प्लास्टिक के सामान की दुकानें भी हैं जहाँ सामान खरीदने होने से भारी संख्या में महिलायें आती हैं और यदि यहाँ देशी शराब की दुकान खुल गई तो शराबियों और असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगा रहेगा जो महिलाओं और बालिकाओं के लिये खतरा होगा इसके साथ ही दुकानदारों का व्यवसाय भी प्रभावित होगा। माकपा के जिला सचिव अखिलेश यादव ने कहा कि
शासन-प्रशासन द्वारा बिना सोचे-विचारे पिकंसी होटल के पास की शराब की दुकान को कृष्णा मार्केट में शिफ्ट कर क्षेत्र के शांतिपूर्वक वातावरण में जहर घोलने का काम किया जा रहा है। इसलिए मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी शराब की दुकान खोलने के लिए आबकारी विभाग और जिला प्रशासन की निंदा करती है और इस घिनौने कृत्य का विरोध करती है।
माकपा नेता अखिलेश यादव ने धरना स्थल पर हुई सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार छोटे छोटे व्यवसायियों के व्यवसाय को एक साजिश के तहत बर्बाद कर रही है, इसी प्रकार जिला प्रशासन भी शराब कारोबारियों के सामने नतमस्तक हो गया है। ज्ञापन देने के लिए अड़े माकपा कार्यकर्ताओं की मांग थी कि आन्दोलन स्थल पर ही आकर अधिकारी ज्ञापन ले एवं मौके पर मुआयना करें, जबकि एसडीएम लश्कर अपने कार्यालय में ज्ञापन लेने की बात करते रहें, अतंतः ज्ञापन के लेने और मौके का मुआयना करने एसडीएम द्वारा तहसीलदार को भेजा गया, तहसीलदार ने आन्दोलन स्थल पर आकर ज्ञापन लिया एवं मौके का निरीक्षण भी किया तथा मौजूद दुकानदारों के सामने शराब दुकान खुलने को अनुचित बताते हुए रिपोर्ट आला अधिकारियों को भेजने का आश्वासन दिया। उधर माकपा नेताओं एवं दुकानदारों की ओर से यह स्पष्ट किया गया है कि जब तक शराब की दुकान (कलारी) को हटाने के आदेश जारी नहीं किये जाते प्रतिदिन विरोध जारी रहेगा और बड़ा आंदोलन किया जाएगा।