Gwalior News : साइबर अपराधी बड़े ही शातिराना तरीके से अब अधिकारियों के नाम से उनके मातहतों को ठगने की प्लानिंग करने लगे हैं, एक ऐसा ही मामला ग्वालियर में सामने आया है, ग्वालियर नगर निगम के कमिश्नर अमन वैष्णव के नाम से किसी अंजान नंबर से निगम अधिकारियों के पास मैसेज पहुंचे तो वहां हडकंप मच गया, मैसेज में पूछा गया तुम कहाँ हो और क्या कर रहे हो, मैसेज करने वाले ने खुद को कमिश्नर IAS अमन वैष्णव बताया।
चूँकि नगर निगम के अधिकारियों के पास कमिश्नर का फोन नंबर पहले से ही मौजूद था तो नए नंबर से मैसेज पहुँचने पर नगर निगम में चर्चा होने लगी, स्टाफ में लोग चर्चा करने लगे कि यदि कमिश्नर को बुलाना होता तो वो सीधे फोन करते, अधिकारियों को ऐसे एक जैसे मैसेज नए नंबर से क्यों करते? मैसेज जिन अधिकारियों के पास पहुंचे उनमें नगर निगम के अपर आयुक्त अनिल दुबे, उपायुक्त डॉ. प्रदीप श्रीवास्तव एवं कार्यपालन यंत्री श्रीकांत कांटे शामिल हैं।
नगर निगम कमिश्नर ने सावधान रहने की अपील की
मैसेज पहुँचने की सूचना कमिश्नर अमन वैष्णव के पास भी पहुंची उन्होंने इसे पूरी तरह फर्जी बताया, उन्होंने कहा कि ये साइबर अपराध है, कमिश्नर ने तत्काल स्टाफ को सावधान रहने और उस नंबर को इग्नोर करने के लिए कहा और मीडिया के माध्यम से अन्य लोगों को भी मोबाइल नंबर 8187002868 से आने वाले मैसेज या फिर कॉल से सावधान रहने के लिए कहा और इसकी शिकायत करने के लिए कहा।
कमिश्नर ने एसपी से की शिकायत
मामले की गंभीरता को देखते हुए कमिश्नर अमन वैष्णव ने पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह से बात की और उन्हें इसकी शिकायत की, एसपी को भेजी शिकायत में कमिश्नर ने कहा आज 15 जनवरी को मेरे अधीनस्थों को जिस नंबर 8187002868 से मेरे नाम से मैसेज भेजे जा रहे हैं वो किसी अपराधी का हो सकता है,कृपया जाँच कर कार्यवाही करें।