Dabra News : डबरा में शराब ठेकेदार के फार्म हाउस पर देर शाम को चौकीदार की हत्या कर दी गई मामले की गंभीरता को देखते हुए फॉरेंसिक टीम के साथ ग्वालियर पुलिस अधीक्षक भी घटनास्थल पर पहुंचे और पुलिस को मामले को शीघ्र हल करने के निर्देश दिए।
यह है पूरा मामला
आपको बता दें कि शराब कारोबारी हरी बाबू शिवहरे का ब्रिजपुर रोड पर फार्म हाउस है जिस पर शंकर करण पिछले 20 वर्षों से चौकीदारी का कार्य करता था। आज शाम अचानक उनके बेट को सूचना मिली कि किसी ने उसके पिताजी हत्या कर दी है तो वह और पुलिस दोनों ही तत्काल फार्म हाउस पर पहुंची।जहां मृतक का शव पडा हुआ था उसके चेहरे पर मच्छरदानी लिपटाकर पत्थरों से चोट पहुंचाई गई थी। शव की हालत देख कर लग रहा है कि पत्थरों और किसी घातक हथियार से चोट पहुंचाकर उसकी हत्या की गई है। मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल एसडीओपी डबरा विवेक शर्मा, थाना प्रभारी केपी यादव मौके पर पहुंचे और तफ्तीश प्रारंभ की तत्काल ग्वालियर से फॉरेंसिक टीम को भी बुलाया गया तो थोड़ी देर बाद ग्वालियर पुलिस अधीक्षक राजेश चंदेल भी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण किया प्रथम दृष्टया मामला हत्या का नजर आ रहा था हत्या किसने और क्यों कि यह अभी स्पष्ट नहीं है पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।
कमरे से जेवरात भी है गायब
पिता से अलग डबरा गांव में रह रहे पुत्र अनिल करण ने बताया सूचना मिली कि पिताजी के साथ कोई घटना घटित हुई है मौके पर आकर देखा तो वह मृत पड़े हुए थे मां 2 दिन से यहां नहीं रह रही थी और चेक किया तो माँ और मेरी पत्नी के जेवरात गायब है। अनिल ने पुलिस प्रशासन पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि पूर्व में पिताजी पर हमला हो चुका है पर पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की थी तो काफी समय पूर्व भाई की भी यही संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो चुकी है।
ग्वालियर पुलिस अधीक्षक राजेश चंदेल जी का कहना है कि चौकीदार की हत्या की गई है घटनास्थल का निरीक्षण किया है ग्वालियर से फॉरेंसिक टीम पहुंची है बारीकी से जांच की जा रही है।शीघ्र ही आरोपी गिरफ्तार कर लिए जाएंगे।
लेकिन कहीं ना कहीं पुलिस प्रशासन पर सवाल खड़े हो रहे हैं क्योंकि बीते दिनों भी डबरा में एक महिला के साथ दुष्कर्म कर हत्या का मामला सामने आया था जिसके बाद पुलिस प्रशासन कर क्या रहा है क्योंकि निरंतर ऐसी वारदातें हो रही हैं। मानों ऐसा लग रहा है कि अपराधियों में पुलिस का खौफ ही खत्म हो गया हो।
डबरा से अरुण रजक की रिपोर्ट