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Sun, Dec 21, 2025

नामांतरण करवाने के लिए दर-दर भटक रहा युवक, एसडीएम को आवेदन देकर लगाई न्याय की गुहार

Written by:Amit Sengar
Published:
नगर पालिका में भ्रष्टाचारी इतनी चरम पर हो गई है कि गेट पर ही दलाल बैठे रहते हैं जो कि हर काम करवाने के एवज में पैसे की मांग करते हैं।
नामांतरण करवाने के लिए दर-दर भटक रहा युवक, एसडीएम को आवेदन देकर लगाई न्याय की गुहार

Dabra News : ग्वालियर जिले के डबरा तहसील में नगर पालिका में काफी समय बाद जमीन और मकान के नामांतरण होने की प्रक्रिया शुरू हो गई है कई लोगों ने अपने नामांतरण भी करवा लिए हैं विगत दिनों डबरा में क्षेत्र के सांसद भारत सिंह कुशवाहा ने एक समारोह में कुछ लोगों के नामांतरण के सर्टिफिकेट भी वितरण किए थे लेकिन अगर बात की जाए नगर पालिका की कार्य प्रणाली की तो नगर वासियों द्वारा नगर पालिका की कार्य शैली पर कई तरह के सवाल उठाए जाते हैं ऐसा ही एक ताजा मामला सामने आया है जहां पर एक व्यक्ति अपने मकान के नामांतरण के लिए तीन वर्षों से नगर पालिका प्रशासन के चक्कर काट रहा है लेकिन फरियादी व्यक्ति का नामांतरण आज दिनांक तक नहीं हो सका है इसके संबंध में फरियादी ने डबरा अनुविभागीय अधिकारी के समक्ष आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है।

पीड़िता पातीराम शाक्य ने बताया कि उसका घर वार्ड क्रमांक 19 मीट मार्केट हरिपुरा में है जिसके नामांतरण के लिए उसने सन 2021 से नगर पालिका में आवेदन लगा रखा है और कई बार नगर पालिका के चक्कर भी लगा चुका है लेकिन आज दिनांक तक नगर पालिका द्वारा उसके मकान का नामांतरण नहीं किया गया। जबकि नियम अनुसार उसने अपने मकान का पूर्ण टैक्स चुका रखा है बावजूद इसके अब तक उनका काम नहीं हुआ।

नगर पालिका पर लगाए लापरवाही और रिश्वतखोरी के गंभीर आरोप

फरियादी ने नगर पालिका पर लापरवाही के आरोप लगाते हुए कहा कि जब वह कार्यालय मैं अपना काम करवाने के लिए जातें हैं तो अधिकारी और कर्मचारियों द्वारा उनसे कह दिया जाता है कि उनकी फाइल मिल नहीं रही है वह खो चुकी है इसका यह मतलब है कि नगर पालिका में किस तरह लापरवाही बरती जा रही है वहीं पातीराम ने नगर पालिका पर रिश्वतखोरी के भी आरोप लगाते हुए बताया कि उनके बाद की नामांतरण के लिए लगी फाइलें कंप्लीट हो चुकीं हैं लेकिन उनकी फाइल अभी तक नामांतरण के लिए पेंडिंग डली हुई है क्योंकि उनके पास अधिकारी कर्मचारियों को देने के लिए रुपए नहीं है, उन्होंने कहा कि अगर उनके पास अधिकारी कर्मचारियों को देने के लिए रुपए होते तो अब तक उनका काम भी हो जाता क्योंकि नगर पालिका में भ्रष्टाचारी इतनी चरम पर हो गई है कि गेट पर ही दलाल बैठे रहते हैं जो कि हर काम करवाने के एवज में पैसे की मांग करते हैं।

अधिकरियों के द्वारा नहीं की जाती है रिश्वत की मांग

जब इस मामले में नगर पालिका सीएमओ प्रदीप भदौरिया से चर्चा की गई तो उनके द्वारा बताया गया कि आधे से ज्यादा शिकायतकर्ता झूठी शिकायत करते हैं ना हीं नगर पालिका में कोई लापरवाही वरती जाती है और ना हीं कोई रिश्वत की मांग की जाती है शिकायतकर्ता अपनी तरफ से यह मनगढ़ंत कहानी बना लेते हैं और रही बात नामांतरण प्रक्रिया की तो जिस व्यक्ति का पूर्ण रूप से टैक्स जमा हो रहा है उसको नामांतरण के प्रमाण पत्र दिए जा रहे हैं।
डबरा से अरुण रजक की रिपोर्ट