ग्वालियर। मध्यप्रदेश के पुलिस महानिदेशक वी के सिंह का कहना है कि फिलहाल महिला अपराधों में कमी आई हैं लेकिन अब उसमें और कमी आये इसके लिये उन इलाकों को चिन्हित किया जाएगा, जहां पर बच्चियों के साथ या फिर महिलाओं के साथ जघन्य अपराध की घटनाएं होती है। श्री सिंह ने कहा कि हमारा प्रयास है कि बच्चियां जन्म के पहले से आखिरी सांस तक सुरक्षित रहें । डीजीपी ग्वालियर के गजराराजा कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में प्रदेशव्यापी महिला सुरक्षा जागरूकता अभियान की शुरुआत करने आए थे।
गजराराजा कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में आयोजित प्रदेश व्यापी अभियान की शुरुआत डीजीपी श्री सिंह ने महिला सम्बन्धी अपराध जागरूकता पुस्तिका के विमोचन से की। उन्होंने कार्यक्रम में मौजूद बच्चियों को संबोधित करते हुए कहा आज सभी में जागरूकता बढ़ी ये ख़ुशी की बात है मीडिया से चर्चा डीजीपी ने कहा कि बच्चों को खुद कैसे सुरक्षित रहना है इस पर ऐसे कार्यक्रमों के माध्यम से जोर दिया जायेगा । उन्होंने कहा कि बीते दिनो महिलाओं और बच्चियों के साथ आपराधिक सामने आई हैं उसे लेकर ही जागरूकता अभियान को शुरू करने की पहल पुलिस ने की है। डीजीपी ने कहा कि मध्यप्रदेश में उन स्थानों को चिह्नित किया जा रहा है। जहां महिलाओं और बच्चों के साथ जघन्य अपराध हुआ है वहां पर एडिशनल फोर्स तैनात किया जाएगा। जिससे वहां इस तरह की घटनाएं रोकी जा सकें उन्होंने कहा कि पुलिस का उद्देश्य है कि बच्चियां जन्म के पहले से आखिरी सांस तक सुरक्षित रहें। उधर ग्वालियर के गिजोर्रा में पिछले दिनों एक नाबालिग बालिका के साथ गैंग रेप में पुलिस के एफआईआर दर्ज ना करने के सवाल को डीजीपी ने टाल दिया उन्होंने इसका घुमाकर जवाब दिया और कहा कि पुलिस को भी संवेदनशील बनाने की जरूरत है उसके लिये आवश्यक कदम उठाये गये है। उन्होंने यह भी कहा मध्यप्रदेश बड़ी स्टेट है घटनाएं इसलिये भी ज्यादा हैं लेकिन महिला सुरक्षा पर हमारा विशेष ध्यान है। कार्यक्रम में ग्वालियर की अपर सत्र न्यायाधीश अर्चना सिंह, ग्वालियर रेंज के आईजी राजबाबू सिंह डीआईजी ए के पांडे,समाजसेवी मेजर आशा माथुर मुख्य रूप से मौजूद थे।