ग्वालियर-चंबल की रणनीति पर चर्चा, पूर्व मंत्री बोले- किले वालों का गढ़ अब ढ़ह गया

ग्वालियर।अतुल सक्सेना।

मध्यप्रदेश (madhypradesh) में 24 सीटों पर होने वाले विधानसभा चुनावों (vidhansabha election) में 22 सीटें वो हैं जो सिंधिया (scindia) के साथ जाने वाले विधायकों (MLAs) के इस्तीफों के कारण खाली हुई तीन। इनमें से ग्वालियर चंबल संभाग (Gwalior Chambal Division) की 16 सीटें बहुत महत्वपूर्ण है। इसीलिए सिंधिया का गढ़ कहे जाने वाले ग्वालियर चंबल अंचल पर कांग्रेस की पैनी निगाहें हैं। यहाँ लगातार पूर्व मंत्रियों के दौरे चल रहे हैं। कांग्रेस ने ग्वालियर जिले की तीनों विधानसभाओं के लिए पूर्व मंत्रियों तरुण भनोट, पीसी शर्मा और विजय लक्ष्मी साधो (Former ministers Tarun Bhanot, PC Sharma and Vijay Laxmi Sadho) को जिम्मेदारी सौंपी है। ग्वालियर पूर्व विधानसभा की जिम्मेदारी पूर्व मंत्री पीसी शर्मा के पास है वे मंगलवार को ग्वालियर दौरे पर थे। उन्होंने मंडलम और सेक्टर के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की और उनसे सीट जीतने को लेकर रणनीति पर चर्चा की।


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न्यूज डेस्क, Mp Breaking News

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