MP Election 2023 : भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ग्वालियर चंबल संभाग के दो दिवसीय दौरे के बाद दिल्ली लौट गए लेकिन अंचल में सियासी हलचल बढ़ा गए, वे कल शुक्रवार को ग्वालियर आकर दतिया गए और पीताम्बरा माई के दर्शन किये, पूजा अर्चना की, उन्होंने रात्रि विश्राम ग्वालियर के ऊषा किरण पैलेस होटल में किया और आज दिल्ली जाने से पहले वे मुरैना जिले के एंती पर्वत पर स्थित शनिचरा धाम पहुंचे और शनिदेव के दर्शन किये उनके साथ उनकी पत्नी भी थी, फिर ग्वालियर वापस आकर दिल्ली लौट गए।
इस दो दिवसीय यात्रा के दौरान प्रदेश के गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा पूरे समय उनके साथ मौजूद रहे, आज जेपी नड्डा के वापस लौटने के बाद ग्वालियर एयरपोर्ट पर मीडिया से बात करते हुए नरोत्तम मिश्रा ने दावा किया कि मध्य प्रदेश में भाजपा की ही सरकार बन रही है, उन्होंने कहा कि नड्डा जी से लेकर हम सभी का एनालिसिस एक जैसा ही है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनकल्याणकारी नीतियाँ, गृह मंत्री अमित शाह का मार्गदर्शन, नड्डा जी का नेतृत्व और सीएम शिवराज सिंह चौहान की जो योजनाएं रही है, उसका ही परिणाम आप देखिए, एक सवाल के जवाब में नरोत्तम मिश्रा ने कहा ग्वालियर चम्बल संभाग में भी हम मज़बूती से आ रहे हैं।
कांग्रेस द्वारा परिणाम आने से पहले ही पीसीसी दफ्तर के बाहर कमलनाथ को बधाई देने वाले पोस्टर लगाने पर नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि हम इसकी चिंता क्या करे? 20 साल से ये लोग ऐसे ही पोस्टर लगाते आ रहे हैं। पूर्व मंत्री पीसी शर्मा द्वारा भाजपा पर विधायकों की खरीद फरोख्त के बयान पर पलटवार करते हुए नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि पीसी शर्मा के बयान से यह बात तो साफ हो रही है कि कांग्रेस में बिकाऊ लोग हैं। पीसी शर्मा को अपने घर को संभालना चाहिए, कांग्रेस को अपनी पार्टी में संस्कारित लोग पैदा करना चाहिए। क्या भाजपा खरीदार है ? इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि भाजपा ने ना तब विधायकों को खरीदा था और न ही अब खरीद रहे हैं।
गृह मंत्री से प्रमोट होकर मुख्यमंत्री बनाये जाने की सम्भावना से जुड़े सवाल पर नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि प्रमोशन की चाह कोई बुराई नहीं है लेकिन मैं सीएम पद की दौड़ में ही शामिल नहीं हूँ आपने गलत जगह सवाल पूछा, संगठन यदि जिम्मेदारी देगा तो क्या कुर्सी पर बैठेंगे? इस सवाल पर नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि जब मैं दौड़ में शामिल ही नहीं हूँ तो संगठन ऐसा क्यों करेगा?
ग्वालियर से अतुल सक्सेना की रिपोर्ट