ग्वालियर, अतुल सक्सेना। ग्वालियर नगर निगम में सभापति किसका होगा ये कहना अभी मुश्किल है, लेकिन कांग्रेस (Congress) और भाजपा (BJP) के अपने अपने दावे हैं, महापौर की सीट जीतने से उत्साहित कांग्रेस का दावा है कि निर्दलीय सहित भाजपा के कई पार्षद हमारे संपर्क में हैं जिससे हम मजबूत स्थिति में हैं, वहीँ ऊर्जा मंत्री ने पलटवार करते हुए कहा कि कोई दिन में सपने देखे तो हम क्या कर सकते हैं ?
ग्वालियर नगर निगम के लिए महापौर और पार्षदों का चयन हो चुका है। कांग्रेस ने इस बार महापौर पद पर जीत हासिल कर भाजपा के 57 साल के इतिहास को पलट दिया लेकिन अधिक संख्या में पार्षद चुनकर आने से भाजपा खुश है। भाजपा के 34 तो कांग्रेस के 25 पार्षद चुनकर आये हैं। कांग्रेस ने तीन निर्दलीय पार्षदों को अपने साथ मिलकर संख्या को 28 कर लिया है। कांग्रेस (Gwalior Congress) का दावा है कि जब सभापति (Gwalior Municipal Corporation Chairman) चयन की बात आएगी तो हमारा संख्या बल भाजपा से अधिक होगा।
ये भी पढ़ें – बाबा महाकाल की निकली दूसरी शाही सवारी, भक्तों ने जयकारे के साथ की पुष्प वर्षा
कांग्रेस के जिला अध्यक्ष डॉ देवेंद्र शर्मा का दावा है कि जो भी चुनकर पहुंचा है चाहें वो किसी भी पार्टी का हो उसने शहर के विकास के नाम पर वोट मांगे हैं और ये तभी संभव होगा जब महापौर और सभापति एक ही पार्टी का होगा। उन्होंने कहा कि हमारी संख्या 32 हो चुकी है , कई निर्दलीय पार्षद और भाजपा से चुनकर आए पार्षद हमारे संपर्क में हैं इसलिए कांग्रेस का ही सभापति बनेगा।
ये भी पढ़ें – महेंद्र सिंह धोनी को सुप्रीम कोर्ट ने जारी किया नोटिस, ये है पूरा मामला
उधर कांग्रेस के दावे के बीच प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर (Energy Minister Pradyuman Singh Tomar) ने आज ग्वालियर (Gwalior News) में सरकारी आवास पर भाजपा (Gwalior BJP) के नव निर्वाचित पार्षदों की बैठक ली। परिणाम आने के बाद पहली बार गृह नगर पहुंचे प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कहा कि मैंने अपनी पार्टी के पार्षदों को जीत की बधाई दी है और जनता की सेवा मिलकर करेंगे ये संकल्प लिया है।
ये भी पढ़ें – IMD Alert : MP सहित देश के 6 राज्यों में मूसलाधार बारिश का अलर्ट, यहां देखें अपने राज्य का हाल
ऊर्जा मंत्री ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हम हार स्वीकार करते हैं, चिंतन मनन करेंगे। जो कमियां रह गई है जनता की सेवा में, उसे दूर करेंगे। गुटबाजी को नकारते हुए उन्होंने कहा कि मैं ये व्यक्तिगत स्वीकार करता हूँ कि कहीं ना कहीं हमारी सेवा में कमी रही होगी इसलिए जनता ने महापौर में हरा दिया।
ऊर्जा मंत्री ने दावा किया कि परिषद् में सभापति हमारा ही होगा। उन्होंने कांग्रेस के बाड़ाबंदी के आरोप का जवाब देते हुए कहा कि कांग्रेस अपने गिरेबान में झांके। ऊर्जा मंत्री ने कांग्रेस के सभापति बनाने के दावे पर पलटवार करते हुए कहा कि कोई दिन में भी सपने देखे तो इसके लिए क्या कर सकते हैं ?