ग्वालियर। इंदरगंज चौराहे के पास रोशनी घर रोड पर रहने वाले के गोयल परिवार के लिए सोमवार काल बनकर आया। कुछ ही देर में तीन भाईयों के हँसते खेलते परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। हर के निचले हिस्से में अचानक लगी आग ने कुछ ही देर में विकराल रूप ले लिया और देखते ही देखते सात जिंदगियों की मौत हो गई। खास बात ये हैं अग्निकांड में तीन मासूमों के साथ परिवार की सभी महिलाओं की मौत हो गई।
रोशनी घर रोड पर हरिमोहन, जगमोहन और लल्ला तीन भाईयों का परिवार रहता है। इनके बच्चे भी इसी टीन मंजिला मकान के अलग अलग हिस्से में रहते हैं। रंगवाला हाउस के नाम से व्यापार करने वाले इस परिवार की इसी मकान के निचले हिस्से में एक पेंट की दुकान भी है। सोमवार को करीब साढ़े दास बजे इसी दुकान में आग की लपटें निकलने लगी। आसपास के लोगों ने देखा तो आग बुझाने दौड़े। फायर ब्रिगेड को सूचना दी गई। लेकिन दुकान में रंग, थिनर, तारपीन ऑयल आदि रखा होने से कुछ ही देर में आग ने बड़ा रूप ले लिया। पल भर में ही तीन मंजिला मकान आग में घिर गया जिसमें परिवार के लोग फंस गए। बताया जाता है कि गोयल परिवार में 16 लोग साथ रहते हैं जिसमें से महिला और बच्चों सहित 11 लोग आग में फंस गए। मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड ने आग पर काबू पाने का प्रयास शुरू किया और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। लेकिन जब तक सुरक्षा कर्मी अंदर पहुँच पाते तब तक लोग अंदर आग और धुयें में फंस चुके थे और उनकी दम घुटने से मौत हो गई। उसके बाद एक एक कर शवों को निकालने का सिलसिला शुरू हुआ। तीन मासूमों के साथ दो महिलाओं के शव बाहर निकाले गए।
चीख पुकार के बीच परिवार के पुरुषों ने कहा कि अंदर और लोग हैं इसे बाद जेसीबी मशीन की मदद से मकान के पिछले हिस्से को तोड़कर कुछ और लोगों को निकाला गया और अस्पताल भेजा गया जिसमें इलाज के दौरान दो और महिलाओं की मौत हो गई। एक एक कर जैसे जैसे शव और घायल बाहर निकलते और एंबुलेंस उन्हें लेकर जाती चीख पुकार और तेज हो जाती। इस करुण दृश्य के बीच ये आवाज भी सुनाई दे रही थी कि परिवार की एक बहू कल ही अपने मायके से आई थी और उसका मासूम बेटा भी नानी घर से उसके साथ लौटा था काश ये नहीं लौटते तो आज बच जाते। घटना की जानकारी लगते ही कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह, पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन, नगर निगम आयुक्त संदीप माकिन दल बल के साथ पहुँच गए।
आग की खबर जैसे ही शहर में पता लगी जन प्रतिनिधि भी घटना स्थल की तरफ भागे। सांसद विवेक शेजवलकर, पूर्व विधायक मुन्नालाल गोयल, विधायक प्रवीण पाठक, भाजपा जिला अध्यक कमल माखीजानी, वरिष्ठ नेता सतीश सिकरवार सहित तमाम नेता वहाँ पहुँच गए।
इस भीषण अग्निकांड में मरने वालों में आराध्या पुत्री सुमित गोयल उम्र 4 साल, आर्यन पुत्र साकेत गोयल उम्र 10 साल, शुभी पुत्री श्याम गोयल उम्र 13 साल, आरती पत्नी श्याम गोयल उम्र 37 साल, शकुंतला पत्नी जय किशन गोयल उम्र 60 साल, प्रियंका पत्नी साकेत गोयल उम्र 33 साल और मधु पत्नी हरिओम गोयल उम्र 55 साल के नाम शामिल हैं।