ग्वालियर। मध्य प्रदेश की जेलों की सुरक्षा को कैसे और हाईटेक बनाया जाए इसको लेकर मंथन का दौर शुरू होने जा रहा है। जनवरी के सेकेंड वीक में ऑल इंडिया डीजी कॉफ्रेंस भोपाल में आयोजित की जाने वाली है। जिसमें देशभर के जेल डीजी के साथ-साथ सुरक्षा विशेषज्ञ शामिल होगें। जो सेंट्रल जेल, जिला और उपजेलों की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर नए सिरे से मंथन करेंगे। ये कहना है कि मध्य प्रदेश के एडीजी जेल गाजीराम मीणा का। गाजीराम मीणा ग्वालियर की सेंट्रल जेल के निरीक्षण के लिए ग्वालियर आये थे।
निरीक्षण के दौरान जेल की व्यवस्थाओं को लेकर कैदियों से बात की है, साथ ही सुरक्षा के इंतजाम भी देखें। गाजीराम मीणा ने कहा है कि प्रदेश की जेलों में इलेक्ट्रोनिक फेंसिग तो की जा रही है, साथ ही 7 करोड़ रूपए की लागत से प्रदेश की सभी जेलों को सीसीटीवी कैमरे से जोड़ा जा रहा है। जिससे भोपाल में बैठकर भी जेलों की स्थिति पर नजर रखी जा सके। उन्होंने कहा है कि भोपाल सेंट्रल जेल में बनाई जा रही हाई सिक्योरिटी अंडा सेल का निर्माण लगभग पूरा हो चुका है। इसमें 36 बैरकों का निर्माण किया गया है । केवल CCTV कैमरे , बिजली फिटिंग, जैसे काम ही रह गए हैं जिसे जल्दी पूरा कर लिया जायेगा। अंडा सेल की सुरक्षा बहुत मजबूत है उसे भेद पाना आसान नहीं होगा। इसमें जल्दी ही खूंखार बंदियों और सिमी के आतंकियों को जनवरी में शिफ्ट कर दिया जाएगा।
आपको बता दें कि सेंट्रल जेल में अबु फैजल और सफदर नागौरी समेत सिमी के 31 आतंकी बंद हैं। सफदर नागौरी और उसके नौ साथियों को इंदौर कोर्ट से सजा सुनाई जाने के बाद गुजरात की जेल से भोपाल सेंट्रल जेल शिफ्ट किया गया था। जैसे-जैसे अंडा सेल का काम पूरा हो रहा है वैसे-वैसे सिमी के आतंकियों द्वारा दूसरे प्रदेश की जेलों में शिफ्ट करने के लिए आवेदन किए जा रहे हैं। सिमी के आतंकियों के अलावा जेल में विदेशी जालसाज भी बंद हैं।