ग्वालियर । शहर की इंदरगंज थाना पुलिस ने फालका बाजार स्थित एक कम्प्यूटर इंस्टीट्यूट पर छापा मारकर 3 लोगों को गिरफ्तार किया है। ये यहां कौशल विकास संवर्धन योजना के तहत प्रशिक्षण देते थे । पुलिस को यहां से अलग अलग जिले के स्कूलों की सील और कई प्रशिक्षणार्थियों के नकली थंब इंप्रेशन बरामद किए हैं जिन्हें अटेंडेंस के रूप में उपयोग में लिया जाता था।
मुख्यमंत्री कौशल विकास संवर्धन योजना के तहत बेरोजगार युवाओं को निशुल्क प्रशिक्षण दिया जाता है। ग्वालियर में भी कुछ इंस्टीट्यूट इस योजना की मदद से रोजगार दिलाने के लिए बेरोजगारों को 3 महीने के सर्टिफिकेट कोर्स कराते हैं । इसी के तहत कई छात्रों ने सितंबर 2018 में फालका बाजार स्थित सीएससी कोचिंग इंस्टीट्यूट में प्रवेश लिया था लेकिन 8 महीने बीत जाने के बाद भी उन्हें ना तो सर्टिफिकेट दिया गया और ना ही कोई परीक्षा ली गई । लगातार शिकायत करने के बाद जब इंस्टीट्यूट ने कोई ध्यान नहीं दिया तो एक प्रशिक्षणार्थी हर्षवर्धन राजावत ने इसकी शिकायत पुलिस से की और बताया कि प्रशिक्षण लेने वाले युवाओं के नकली थंब इंप्रेशन बनाकर उनकी अटेंडेंस लगाई जा रही हैं। जिसके बाद पुलिस ने फालका बाजार स्थित सीएससी कोचिंग इंस्टीट्यूट में छापा मारा और वहां से विवेक यादव उसके भाई प्रमोद यादव सहित कंप्यूटर ऑपरेटर रमन शाक्य
को पकड़ लिया । पुलिस को इनके पास से मुरैना, भिंड, ग्वालियर जिले के कई स्कूलों की सीलों के साथ अटेंडेंस के लिए तैयार किए गए थंब इंप्रेशन भी मिले हैं । मुख्यमंत्री कौशल संवर्धन योजना के तहत निशुल्क रूप से प्रशिक्षण देने की एवज में सरकार से संस्थान को भुगतान भी मिलता है अपने यहां ज्यादा से ज्यादा प्रशिक्षणार्थियों को दिखाने के लिए इंस्टीट्यूट नकली थंब इंप्रेशन से अटेंडेंस लगाने का काम कर रहा था । संभावना है कि थंब इंप्रेशन का परीक्षा संबंधी दूसरे स्थानों पर भी गलत इस्तेमाल किया जाता हो। फिलहाल पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार लिया और अब उनसे पूछताछ की जा रही है।