प्रमुख सचिव बनकर PWD ठेकदार से 10 लाख की ठगी, आरोपी ने एक्सीडेंट के नाम पर मांगी रकम

Atul Saxena
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Gwalior News : मध्य प्रदेश में बदमाशों के हौसले इतने बुलंद हो चुके हैं कि अब वे किसी का नाम लेकर ठगी करने से नहीं घबराते। ताजा मामला ग्वालियर का है जहाँ एक शातिर बदमाश ने खुद को PWD का प्रिंसिपल सेक्रेटरी बताकर ठेकेदार से 10 लाख रुपये ठग लिए, पुलिस ने पीड़ित ठेकदार की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया है।

ग्वालियर की क्राइम ब्रांच पुलिस के एक पास आज एक शिकायती आवेदन पहुंचा जिसके आधार पर पुलिस ने ठगी का मामला दर्ज किया है, पुलिस ने बताया कि बहोड़ापुर थाना क्षेत्र निवासी प्रताप सिंह तोमर ने बताया कि वे PWD में ठेकेदारी करते हैं, उनकी खुद की कंपनी है जिसपर वे ठेके लेते हैं।

उन्होंने बताया कि रविवार को उनके फोन पर 9425119613 मोबाइल नंबर से एक कॉल आया , ये नंबर निलंबित इंजीनियर प्रदीप अष्टपुत्रे का है जिन्हें वो जानता है इसलिए फोन रिसीव किया, कॉल करने वाले व्यक्ति ने उससे (ठेकेदार) से कहा कि प्रमुख सचिव सुखबीर सिंह आपसे बात करना चाहते हैं, बात करने वाले ने एक नंबर 9038132863 दिया।

जिस नंबर से (निलंबित इंजीनियर प्रदीप अष्टपुत्रे) कॉल आया था उसपर भरोसा करते हुए ठेकेदार प्रताप सिंह तोमर ने प्रमुख सचिव को फोन लगाया, चर्चा के दौरान ठेकदार को बताया कि उनके चचेरे भाई का एक्सीडेंट हो गया है इसलिए कुछ पैसे की जरुरत है शाम को वापस कर देंगे, चूँकि तोमर PWD में ठेकेदारी करते हैं तो सभी अधिकारियों को जानते है इसलिए विश्वास कर लिया।

प्रमुख सचिव के नाम से बात करने वाले व्यक्ति ने एक एकाउंट नंबर दिया जो यस बैंक का था इस एकाउंट में ठेकेदार तोमर ने अपने स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया के एकाउंट से 10 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए,  लेकिन ये एमाउंट क्रेडिट नहीं हुआ, कुछ देर बाद शातिर कथित प्रमुख सचिव ने कॉल किया और कहा कि एमाउंट क्रेडिट नहीं हुआ फिर से कर दें, अब तोमर ने अपने दूसरे खाते (इंडियन बैंक) से 10 लाख ट्रांसफर कर दिए , ये एमाउंट तत्काल उसेक दिए HDFC बैंक के खाते में ट्रांसफर हो गया ।

पैसे ट्रांसफर कराने वाले व्यक्ति ने रविवार को ही शाम तक पैसे वापस करने का वादा किया था, ठेकेदार तोमर ने रुपये ट्रांसफर करने के बाद शाम निर्धारित समय तक इंतजार किया लेकिन जब शाम 6 बजे तक पैसा वापस नहीं आया तो उन्हें कुछ शक हुआ, उन्होंने कॉल किया तो बात नहीं हो पाई तो उन्हें शक हुआ।

ठेकेदार ने पुलिस को इसकी सूचना दी जिसपर एक्टिव हुई क्राइम ब्रांच पुलिस ने सबसे पहले एक बैंक HDFC के खाते में ट्रांसफर किये 10 लाख रुपये फ्रीज करा दिए लेकिन दूसरे बैंक यस बैंक में ट्रांसफर किये 10 लाख रुपये ठगों ने निकाल लिए, इसके बाद तोमर ने साइबर क्राइम पुलिस थाने में आरोपी के खिलाफ आज ठगी का मामला दर्ज करा दिया।

एडिशनल एसपी क्राइम राजेश डंडोतिया का कहना है कि हमारी टीमें काम कर रही है। उन्होंने बताया कि एक खाते में ट्रांसफर किये गए रुपये फ्रिज करा दिए हैं जो बच गए लेकिन दूसरे खाते में से ठगों ने 10 लाख रुपये निकाल लिए, एडिशनल एसपी ने कहा कि कोशिश कर रहे हैं कि आरोपी को जल्द पकड़ लिया जाए।


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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