Fri, Dec 26, 2025

जिला प्रशासन के अफसरों ने किया खाद वितरण केंद्रों का औचक निरीक्षण, अनियमितता मिलने पर खाद प्रभारी निलंबित

Written by:Atul Saxena
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निरीक्षण के दौरान किसानों ने बताया कि पिछोर संस्था के खाद विक्रेता द्वारा किसानों को समय पर खाद वितरण नहीं किया जाता है। साथ ही निर्धारित दर से अधिक पैसे भी मांगे जाते हैं।
जिला प्रशासन के अफसरों ने किया खाद वितरण केंद्रों का औचक निरीक्षण, अनियमितता मिलने पर खाद प्रभारी निलंबित

Gwalior News : ग्वालियर जिले में खाद वितरण व्यवस्था को और सुदृढ़ करने के उद्देश्य से कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान के निर्देश पर गए सहकारिता विभाग के दलों ने रविवार को जिले की दूरस्थ प्राथमिक कृषि साख सहकारी समितियों (खाद विक्रय केन्द्र) का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान प्राथमिक कृषि सहकारी संस्था पिछोर पर खाद वितरण में अनियमितता की शिकायत सही पाए जाने पर वहाँ के विक्रेता सह खाद प्रभारी अजताफ अहमद खान को निलंबित कर दिया गया है। यहाँ का प्रभार सहायक समिति प्रबंधक को सौंपा गया है। साथ ही निर्देश दिए गए हैं कि किसानों को सुव्यवस्थित ढंग से और निर्धारित दर पर खाद उपलब्ध कराएँ।

सहकारिता विभाग के ऑडिट ऑफीसर कपिल देव नारायण सिंह व वरिष्ठ सहकारिता निरीक्षक राजीव रूपोलिया ने डबरा तहसील के अंतर्गत प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति पिछोर व सूखापठा का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान किसानों ने बताया कि पिछोर संस्था के खाद विक्रेता द्वारा किसानों को समय पर खाद वितरण नहीं किया जाता है। साथ ही निर्धारित दर से अधिक पैसे भी मांगे जाते हैं। इस शिकायत को गंभीरता से लिया गया और खाद प्रभारी अजताफ अहमद खान को मौके पर ही निलंबित कर यहाँ का प्रभार सहायक समिति प्रबंधक को देकर खाद वितरण सुचारू कराया गया। सूखापठा संस्था में कोई अनियमितता नहीं पाई गई।

इन खाद वितरण केंद्रों पर भी पहुंचे जांच दल 

इसी तरह वरिष्ठ सहकारी निरीक्षक सुधीर शर्मा व अजय साहू ने भितरवार विकासखंड के अंतर्गत प्राथमिक कृषि सहकारी साख समिति करहिया, चीनौर, भितरवार, खेड़ा पलायछा व बागवई संस्था का निरीक्षण किया। साथ ही इन संस्थाओं से जुड़े किसानों से संपर्क कर खाद वितरण की वस्तुस्थिति जानी। किसानों ने बताया कि इन संस्थाओं में उपलब्धता के अनुसार उन्हें सुव्यवस्थित ढंग से खाद उपलब्ध कराया जा रहा है। इस संबंध में किसानों ने पंचनामा भी दिया है। इन संस्थाओं के निरीक्षण के लिये गए दल ने संस्थाओं में उपलब्ध कराए गए खाद का स्टॉक व वितरण पंजी से मिलान किया, जो सही पाया गया।