ग्वालियर ।अतुल सक्सेना| ग्वालियर में बढ़ता कोरोना संक्रमण अब हाईकोर्ट पहुँच गया है। मध्यप्रदेश हाईकोर्ट की ग्वालियर खंडपीठ के परिसर में स्थित सिविल डिस्पेंसरी के चिकित्सक की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। जिसके बाद ऐहतियात के तौर पर हाईकोर्ट परिसर को 2 दिन के लिए सील कर दिया है। इस दौरान परिसर में स्थित सभी गतिविधिया बंद रहेंगी।
शहर में कोरोना पर नियंत्रण को लेकर किये जा रहे प्रयासों के प्रभावी परिणाम दिखाई नहीं दे रहे। अब शासकीय कार्यालयों से होता हुआ कोरोना हाईकोर्ट पहुँच गया है। हाई कोर्ट के अतिरिक्त महाधिवक्ता अंकुर मोदी के मुताबिक हाईकोर्ट परिसर की सिविल डिस्पेंसरी में तैनात डॉक्टर आरके चतुर्वेदी की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद दो दिन के लिए हाई कोर्ट बंद करने का फैसला लिया गया है। दो दिन के बाद समीक्षा की जायेगी साथ ही डॉक्टर चतुर्वेदी के संपर्क मे आये लोगों के स्वास्थ्य की जानकारी लेकर आगे फैसला लिया जायेगा।
जानकारी के अनुसार डॉ चतुर्वेदी लंबे अरसे से यहां पदस्थ हैं और मरीजों का इलाज करते हैं। उनके पास अधिकांश वकील और हाईकोर्ट के कर्मचारी अधिकारी भी परामर्श लेने के लिए आते हैं। अब डॉ चतुर्वेदी के संपर्क में आये लोगों की भी जानकारी जुटाई जायेगी । गौरतलब है कि हाई कोर्ट परिसर में ही यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की शाखा है जिसमें अधिकांश हाई कोर्ट जज, अधिवक्ताओं और अन्य लोगों के खाते हैं । इसके अलावा परिसर में ही पोस्ट ऑफिस है यहां से रजिस्ट्री आदि की जाती है। फिलहाल सभी गतिविधियों को 2 दिन के लिए बंद कर दिया गया है। उधर हाई कोर्ट के मुख्य द्वार पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। यहाँ बता दें कि कोरोना संक्रमण के कारण वैसे भी पिछले 3 महीनों से हाई कोर्ट बंद चल रहा है और जरूरी प्रकरणों की सुनवाई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हो रही है। अब परिसर लॉक होने से अब सभी तरह के प्रकरणों की सुनवाई भी रोक दी गई है । हाईकोर्ट के अधिकारियों का कहना है कि सतर्कता और सावधानी के चलते फिलहाल यह कदम उठाया गया है ।अब यह पता किया जा रहा है कि कौन-कौन लोग कर्मचारी अधिकारी और अधिवक्ता डॉक्टर चतुर्वेदी के संपर्क में आए थे। उसके बाद सभी का कोरोना टेस्ट भी किया जाएगा।