ग्वालियर लोकायुक्त पुलिस ने 35000 रुपये की रिश्वत लेते पटवारी को रंगे हाथ गिरफ्तार किया

फरियादी ने बताया कि उसके एवं  उसके भाइयो की ग्राम बनबार में कृषि भूमि ही जिसका नामांतरण आदेश करवाने के एवज में 80,000/- हजार रुपए रिश्वत की मांग पटवारी ने की, 45000/ रुपये में बात तय हुई। 10,000/- रुपए पटवारी ने ले लिए और बाकी रकम मांग रहा है।

lokayukt

Gwalior News : लोकायुक्त पुलिस ने आज एक बार फिर रिश्वतखोर शासकीय सेवक पर नकेल कसी है, ग्वालियर लोकायुक्त पुलिस की टीम ने पटवारी हल्का बनवार, चीनौर में पदस्थ पटवारी शैलेन्द्र सिंह परिहार को 35000/- रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है, पटवारी कलेक्ट्रेट के नजदीक सनवैली टाउनशिप के पास रिश्वत ले रहा था।

कृषि भूमि का नामांतरण करने के बदले मांगी रिश्वत 

लोकायुक्त पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक इमली नाका सिकंदर कंपू में रहने वाले जगमोहन प्रजापति ने लोकायुक्त एसपी ऑफिस में पटवारी हल्का नंबर 22 बनवार, तहसील चीनौर में पदस्थ पटवारी पर रिश्वत मांगने के आरोप लगाये थे। फरियादी ने बताया कि उसके एवं  उसके भाइयो की ग्राम बनबार में कृषि भूमि ही जिसका नामांतरण आदेश करवाने के एवज में 80,000/- हजार रुपए रिश्वत की मांग पटवारी ने की, 45000/ रुपये में बात तय हुई। 10,000/- रुपए पटवारी ने ले लिए और बाकी रकम मांग रहा है।

लोकायुक्त ने जाँच के बाद पुख्ता सुबूत के लिए फरियादी को टेप रिकॉर्डर दिया और रिश्वत मांगे जाने के प्रमाण मिलने के बाद ट्रेप  की प्लानिंग की, प्लानिंग के तहत लोकायुक्त की टीम फरियादी को रिश्वत की रकम के साथ पटवारी द्वारा बुलाये स्थान सनवैली टाउनशिप पहुंची और जैसे ही फरियादी ने रिश्वत की राशि 35000/- हजार रुपए दिए पटवारी को रंगे हाथ पकड़ लिया।

 

ग्वालियर लोकायुक्त पुलिस ने 35000 रुपये की रिश्वत लेते पटवारी को रंगे हाथ गिरफ्तार किया


About Author
Atul Saxena

Atul Saxena

पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ.... पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

Other Latest News