Gwalior News : XUV कार में मिला लगभग तीन लाख रुपये का डोडा चूरा, आरोपी फरार

Atul Saxena
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Gwalior News : ग्वालियर पुलिस ने  एक लावारिस XUV कार से लाखों रुपये का डोडा चूरा जब्त किया है, पुलिस को कार में कोई आरोपी नहीं मिला है पुलिस नंबर के आधा रपर कार मालिक की तलाश कर रही है , सम्भावना जताई जा रही है कि ये कोई बड़ा तस्कर गिरोह है जो डोडा चूरा की इतनी बड़ी खेप खपाने निकला था ।

जानकारी के मुताबिक एडिशनल एसपी शहर (मध्य/यातायात) ऋषिकेश मीणा मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई कि थाना बहोड़ापुर क्षेत्रान्तर्गत अचलेश्वर नगर में एक संदिग्ध अवस्था में एक्सयूवी कार कड़ी है। इस सूचना पर एडिशनल एसपी ने सूबेदार हिमांशु तिवारी को सूचना की तस्दीक कर कार्यवाही के निर्देश दिए।

सूबेदार तिवारी जब अचलेश्वर नगर पहुंचे तो वहां उन्हें एक एक्सयूवी कार लावारिस हालत में खड़ी मिली जो कि लॉक थी। बाहर से कार के अंदर देखने पर उसमें कुछ प्लास्टिक के कट्टे सीट के नीचे रखे दिखाई दिए। सूबेदार तिवारी ने इसकी जानकारी एडिशनल एसपी को दी फिर अधिकारियों के निर्देश पर वे कार को क्रेन की मदद से यातायात थाना मेला ग्राउण्ड लेकर आ गए।

वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर थाना बहोड़ापुर के उप निरीक्षक नितिन छिल्लर को कार की तस्दीक हेतु बुलाया गया। पुलिस द्वारा साक्षियों के समक्ष उक्त कार के पीछे का कांच तोड़ा गया और कार की तलाशी ली गई तो सीटों के नीचे काले रंग के प्लास्टिक के कट्टे रखे हुए पाये गये।

पुलिस द्वारा उक्त प्लास्टिक के कट्टों को खोलकर देखने पर उनके अन्दर अवैध मादक पदार्थ डोडा चूरा भरा हुआ पाया गया। पुलिस द्वारा कार में मिले डोडा चूरा की तौल कराने पर कुल 106 किलो 200 ग्राम  निकला, जब्त किये गए डोडा चूरा की कीमत लगभग 03 लाख रुपये बताई गई है पुलिस ने एक्सयूवी कार को जब्त कर लिया। बहोड़ापुर थाना पुलिस ने पुलिस अज्ञात तस्कर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है

पुलिस नंबर के आधार पर कार मालिक की भी तलाश कर रही है, कार का नंबर DL 12 CA 5839 है। पुलिस ने सम्भावना  जताई है कि उक्त प्रकरण में संलिप्त अवैध मादक पदार्थ तस्करों के पकड़े जाने पर बड़े तस्कर गिरोह का खुलासा हो सकता है।

ग्वालियर से अतुल सक्सेना की रिपोर्ट 


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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