Mon, Dec 29, 2025

Gwalior News : 4500 के औसत भाव पर सरसों खरीदी से भड़के किसान, बोले 5600 तय MSP, कृषि उपज मंडी में किया हंगामा

Written by:Atul Saxena
Published:
Gwalior News : 4500 के औसत भाव पर सरसों खरीदी से भड़के किसान, बोले 5600 तय MSP, कृषि उपज मंडी में किया हंगामा

Gwalior News : इन दिनों प्रदेश में फसलों की खरीद की जा रही है लेकिन सरकार द्वारा तय कीमत पर फसलों की खरीदी नहीं होने से किसान परेशान हैं, ग्वालियर में भी आज सरसों किसानों ने इसी बात पर हंगामा किया, आज जब से कृषि उपज मंडी में सरसों बेचने पहुंचे तो MSP 5600 रुपये प्रति क्विंटल से बहुत कम कीमत पर की जा रही खरीदी देखकर भड़क गए और अपनी फसल बेचने से इंकार कर हंगामा कर दिया। बहुत से किसान अपनी फसल के साथ वापस भी लौट गए उनका कहना था कि जब सही कीमत मिलेगी तब बेचने आयेंगे।

MSP से कम कीमत पर सरसों खरीद से भड़के किसानों का हंगामा 

कृषि उपज मंडी लश्कर की उप मंडी दीनारपुर में आज किसानों ने हंगामा कर दिया, उन्होंने फसल खरीदी में मनमानी कर रहे अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी की, किसानों ने अपनी ट्रेक्टर ट्रॉली खड़ी  कर दी और कहा कि यदि उचित मूल्य नहीं मिलेगा तो वे फसल नहीं बेचेंगे और वापस लौट जायेंगे।

किसानों ने लगाये मिलीभगत के आरोप, वापस लौटे 

कृषि उपज मंडी सचिव सहित अन्य अधिकारियों ने किसानों को समझाने की कोशिश की लेकिन वे नहीं माने, उटीला से फसल बेचने आये किसान विकास का कहना था कि सरकार ने सरसों का न्यूनतम समर्थन मूल्य यानि MSP 5600 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है फिर हमारी फसल 4200, 4300, 4500 रुपये में क्यों खरीदी जा रही है ये व्यापारी और मंडी अधिकारियों की मिली भगत है , कम से कम 5100, 5200 रुपये क्विंटल का भाव तो मिले, मुरैना में भी इसी भाव में बिक रही है, ये कम कीमत देंगे तो हम घर सरसों लेकर लौट जायेंगे।

SDM बोले – जिसकी जैसी क्वालिटी होगी उसे वैसी कीमत मिलेगी 

किसानों के हंगामे की सूचना प्रशासन के आला अधिकारियों तक पहुंची , मौके पर SDM अशोक चौहान पहुंचे उन्होंने किसानों से बात की और उन्हें भरोसा दिया कि कोई मनमानी नहीं करेगा, उन्होंने बताया कि मैंने 4700 – 4800 रुपये की रसीद देखी है, SDM ने कहा कि मैंने सचिव को निर्देश दिए हैं कि वे खुद मौजूद रहकर तौल कराएँ , उन्होंने कहा कि जिसकी जैसी सरसों होगी उसे उस हिसाब से कीमत मिलेगी।

            

ग्वालियर से अतुल सक्सेना की रिपोर्ट