Gwalior News : सरपंच विक्रम रावत की हत्या में शामिल चार आरोपी गिरफ्तार, हथियार बरामद

Gwalior News : ग्वालियर के गांधी नगर में सोमवार को दिन दहाड़े कांग्रेस समर्थित सरपंच की गोलियों से भूनकर हत्या में शामिल चार आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 315 बोर के 03 कट्टे मय 20 जिंदा राउण्ड किये बरामद किये हैं। घटना के बाद पुलिस अधीक्षक ने हत्या के आरोपियों के सिर पर 5000 – 5000 रुपये का इनाम घोषित किया था।

9 अक्टूबर दिनदहाड़े गोलियों से भून दिया था सरपंच को 

पड़ाव थाना क्षेत्र के गांधी नगर में सोमवार 9 अक्टूबर की सुबह उस समय दहशत फ़ैल गई जब वहां अचानक गोलियां चलने की आवाज सुनाई दी , बाइक पर आये नकाबपोश हथियारबंद बदमाशों ने एक कार से उतरे व्यक्ति पर ताबड़तोड़ फायरिंग की जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई, मृतक की पहचान आरोन थाना क्षेत्र के बनहेरी गांव के सरपंच विक्रम रावत के रूप में हुई , वो कांग्रेस समर्थित सरपंच था।

परिजनों ने एसपी ऑफिस घेरा, गांव में आरोपियों के घर जलाये 

पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर उनकी गिरफ़्तारी के प्रयास शुरू किये, उधर शहर से लेकर मृतक के गांव तक तनाव बढ़ गया परिजनों ने शव के साथ एसपी ऑफिस का घेराव किया वहीं कुछ अन्य लोगों ने गांव में आरोपियों के घरों, ट्रेक्टरों को आग के हवाले कर दिया, पुलिस को बनहेरी गांव में भारी फ़ोर्स तैनात करना पड़ा तब स्थिति नियंत्रण में आई।

एसपी ने पांच आरोपियों पर घोषित किया इनाम 

अगले दिन मंगलवार को एसपी राजेश सिंह चंदेल ने हत्या के आरोपी पुष्पेन्द्र रावत, अतेन्द्र रावत, बंटी रावत और मुकेश रावत और एक अन्य के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करते हुए 5000 – 5000 रुपये का इनाम घोषित कर दिया, एसपी ने वरिष्ठ अधिकारियों की टीमें बनाकर आरोपियों की शीघ्र गिरफ़्तारी के निर्देश दिए ।

आरोपियों की तलाश में सैकड़ों CCTV कैमरे के फुटेज चैक किये 

एसपी के निर्देश पर पड़ाव थाना और क्राइम ब्रांच की अलग अलग टीमों ने आरोपियों की तलाश शुरू की और मुखबिर तंत्र को मजबूत किया, पुलिस टीमों ने सैकड़ों सीसीटीव्ही फुटेज चैक किये और आरोपियों के शहर से बाहर जाने के रास्तों को चिन्हित किया। विवेचना के दौरान पुलिस टीम द्वारा शिवपुरी व मुरैना टोल के फुटेज चैक किए गये, जिसमें मुरैना टोल के फुटेज के आधार पर आरोपियों की सबलगढ़-विजयपुर-करौली-सरमथुरा-लालसोट तक की लीड मिलती गई।

मुखबिर से पता चला आरोपी खाटूश्याम की तरफ भागे, पुलिस को मिली नाकामी  

आरोपियों द्वारा अपने मोबाइल को बंद कर लिया गया था जिससे उनकी लोकेशन ट्रेस नहीं हो पा रही थी परन्तु पुलिस टीम लगातार मुखबिर तंत्र को सक्रिय कर रही थी, इसी दौरान पुलिस को सूचना प्राप्त हुई कि उक्त हत्या के आरोपी खाटूश्याम की ओर गये हैं, जानकारी के आधार पर पुलिस की दो टीमों ने सर्च ऑपरेशन जारी रखा एवं खाटूश्याम की एक सैकड़ा से अधिक लॉज, धर्मशाला तथा होटल चेक किए लेकिन आरोपियों का पता नहीं चल सका।

ग्वालियर पुलिस ने जयपुर में भी की तलाश 

इस बीच पुलिस को सूचना मिली कि आरोपी जयपुर तरफ निकल गये तो पुलिस टीमों को जयपुर की ओर भेजा गया। जहां पुलिस द्वारा आरोपियों के छिपने के ठिकानों पर तलाश की गई तो मालूम चला कि उक्त आरोपी पैसे समाप्त हो जाने की वजह से जयपुर से ग्वालियर की ओर निकल गए हैं।

तिघरा के जंगल में छिपे होने की सूचना पर पुलिस ने आरोपियों को घेरा  

पुलिस ने ग्वालियर में मुखबिर फिर सक्रिय किये तो सूचना प्राप्त हुई कि उक्त आरोपी तिघरा के पास जंगल की ओर देखे गये हैं। उक्त सूचना पर थाना क्राइम ब्रांच व थाना पड़ाव की टीमों को सघन सर्चिंग के लिए लगाया गया तो कुलैथ चौराहा के पास पुलिस टीम को चार संदिग्ध झाड़ियों में छिपे दिखाई दिये, पुलिस टीम को अपनी ओर आता देख उक्त संदिग्धों ने मौके से भागने का प्रयास किया लेकिन सतर्क खड़ी पुलिस टीमों ने चारों संदिग्धों को पकड़ लिया गया।

आरोपियों ने हत्या करना स्वीकार किया, पुरानी रंजिश बताई वजह 

पूछताछ करने पर चारों आरोपियों द्वारा ग्राम बनहेरी के सरपंच विक्रम रावत की हत्या करना स्वीकार किया।  आरोपियों की तलाशी लेने पर तीन आरोपीगण से घटना में प्रयुक्त 315 बोर के 03 अवैध कट्टे मय 20 जिंदा राउण्ड के बरामद किये गये। आरोपीगणों से अन्य आरोपियों तथा हथियारों व घटना में प्रयुक्त वाहनों के संबंध में पूछताछ की जा रही है। पकड़े गये आरोपियों ने पुलिस को प्रारंभिक पूछताछ में बताया कि उनके द्वारा उक्त हत्या की घटना पुरानी रंजिश को लेकर की गई थी। एसपी ने कहा गिरफ्तार आरोपियों में दो ऐसे हैं जिनका नाम fir में है जबकि दो ऐसे हैं जिनके नाम fir में नहीं है लेकिन षड्यंत्र में वे शामिल बताये गए हैं, हमने इन्हें पुलिस रिमांड पर लिया है इनके घटना के संबंध में विस्तार से पूछताछ की जा रही है।

ग्वालियर से अतुल सक्सेना की रिपोर्ट 


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Atul Saxena

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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ.... पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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