Gwalior News : सामूहिक दुष्कर्म के आरोपी को ग्रामीणों ने पकड़ा, जमकर पीटा, पुलिस ने अस्पताल में कराया भर्ती

Gwalior News : ग्वालियर के घाटीगांव ब्लॉक के एक गाँव में तीन बदमाशों द्वारा घर में घुसकर एक महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म करने की घटना सामने आई है, महिला ने विरोध किया तो आरोपियों ने उसके साथ मारपीट की, शोर हुआ तो ग्रामीण दौड़कर आये तो मौका देखकर दो आरोपी फरार हो गए लेकिन एक आरोपी को ग्रामीणों ने पकड़ लिए और फिर उसकी जमकर पिटाई लगाई, ग्रामीणों ने उसे इतना मारा कि पुलिस ने उसे अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा है

पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक घाटीगांव थाना क्षेत्र के ग्राम चराई डांग निवासी महिला की शादी कुछ समय पहले मुरैना के नूराबाद में हुई है। महिला रक्षाबंधन से अपने मायके आई हुई थी। बीती रात महिला घर में अकेली थी, उसका भाई खेत पर काम के लिए गया था, भाभी मायके गई हुई थी। इसी दौरान नूराबाद में रहने वाले रुस्तम गुर्जर, इंद्रभान गुर्जर और लोकेंद्र गुर्जर आ गए।

महिला घर के आंगन में सो रही थी,  दरवाजे पर अंदर से कुंडी नहीं लगी थी, मौका देखकर तीनों रात में घर में घुस आए, बदमाशों ने साफी से महिला का मुंह बंद कर दिया और फिर बारी बारी से दुष्कर्म किया। महिला ने विरोध किया तो आरोपियों ने सुकी पिटाई लगाई और उसे जान से मारने की धमकी भी दी। इसी दौरान महिला की भाभी मायके से आ गई। महिला की भाभी ने माजरा देखकर शोर मचाया तो यह लोग भागे।

शोर सुनकर आसपास के ग्रामीण वहां दौड़कर पहुंचे तो रुस्तम गुर्जर और लोकेंद्र गुर्जर भाग गए लेकिन एक आरोपी इंद्रभान को ग्रामीणों ने पकड़ लिया औ रुस्की जमकर पिटाई लगा दी, फिर उन्होंने पुलिस को सूचना दी। घाटीगांव थाने की पुलिस घटना स्थल पर पहुंची और घायल आरोपी को अस्पताल में भर्ती कराया गया।

एसडीओपी घाटीगांव संतोष पटेल का कहना है कि हमारी महिला सब इंस्पेक्टर ने पीड़ित महिला के बयान लिए है, उसके बयान के आधार पर तीनों आरोपियों के खिलाफ दुष्कर्म की धाराओं में मामला दर्ज किया गया है हमारी टीम मुरैना पुलिस के संपर्क में है और वहां गई है जल्दी ही दोनों आरोपी गिरफ्तार कर लिए जायेंगे, घायल आरोपी का इलाज जारी है।

ग्वालियर से अतुल सक्सेना की रिपोर्ट 


About Author
Atul Saxena

Atul Saxena

पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ.... पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

Other Latest News