Gwalior News : पुलिस के हत्थे चढ़ी महिला तस्कर, बीयर और देशी शराब की बोतलें जब्त

हालाँकि जब्त शराब की कीमत मात्र 20 हजार रुपये है लेकिन ये पुलिस के लिए चुनौतीभरी बात है कि अवैध शराब माफिया अब शराब निर्माण और शराब परिवहन के लिए महिलाओं को आगे कर रहे हैं, गौरतलब है कि दो दिन पहले कंजरों के डेरों पर पुलिस की छापा मार कार्रवाई में भी महिलाएं मौजूद मिली पुरुष भाग निकले थे।  

Gwalior News

Gwalior News :  लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होने के बाद से ग्वालियर पुलिस बहुत चौकन्नी है, पुलिस अवैध शराब , अवैध हथियार तस्करों पर नजर बनाये हुये है, इसी क्रम में पुलिस ने एक महिला तस्कर को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से बीयर की केन और देशी शराब की बोतलें जब्त की हैं, ये महिला अवैध शराब और बीयर खपाने जा रही थी लेकिन पुलिस ने पहले ही पकड़ लिया।

अवैध कारोबारियों के लिए पुलिस का मुखबिर तंत्र सक्रिय 

एडिशनल एसपी निरंजन शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस की नजर अवैध कारोबारियों पर है मुखबिर तंत्र को मजबूत किया हुआ है, इसी क्रम में गिरवाई थाना पुलिस को सूचना मिली थी कि एक महिला तस्कर अवैध शराब लेकर बेचने जा रही है, टी आई प्रीति भार्गव ने मुखबिर द्वारा बताये क्षेत्र महेशपुरा पर टीम भेजी ।

महिला तस्कर गिरफ्तार, अवैध शराब जब्त 

पुलिस को देखकर महिला चौंक गई, पुलिस ने जब उसके पास मौजूद थैले की तलाशी ली तो उसमें देशी शराब की बोतलें बीयर की केन थी, बड़ी मात्रा में शराब ले जाने के बारे में पूछने पर महिला घबरा गई , पूछताछ में पता चला कि वो शराब की तस्करी करती है, महिला का नाम जयश्री कुशवाह पता चला, महिला महेशपुरा सिकंदर कम्पू क्षेत्र की रहने वाली है, पुलिस उससे ये पता लगा रही है कि वो कहाँ से शराब लाइ थी और किसे बेचने जा रही थी।

हालाँकि जब्त शराब की कीमत मात्र 20 हजार रुपये है लेकिन ये पुलिस के लिए चुनौतीभरी बात है कि अवैध शराब माफिया अब शराब निर्माण और शराब परिवहन के लिए महिलाओं को आगे कर रहे हैं, गौरतलब है कि दो दिन पहले कंजरों के डेरों पर पुलिस की छापा मार कार्रवाई में भी महिलाएं मौजूद मिली पुरुष भाग निकले थे।

ग्वालियर से अतुल सक्सेना की रिपोर्ट 


About Author
Atul Saxena

Atul Saxena

पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ.... पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

Other Latest News