Gwalior News : कहते हैं बेइज्जती तो जानवर भी नहीं सह पाता, फिर इंसान तो इंसान है, वो बेइज्जत होने पर तैश में आकर कभी किसी को नुकसान पहुंचा देता है तो कभी बेइज्जती से बहुत ज्यादा आहत हो जाता है और खुद को ख़त्म कर लेता है, ऐसा ही कुछ हुआ ग्वालियर जिले के देहात थाना क्षेत्र में रहने वाले एक आदिवासी गरीब किसान के साथ, उसे गांव के सामने की गई उसकी बेइज्जती सहन नहीं हुई और उसने फांसी लगाकर जान दे दी, अब पुलिस ने मामले की जांच के बाद दो लोगों पर FIR दर्ज की है।
दरअसल ग्वालियर जिले के डबरा देहात थाना क्षेत्र में रहने वाले पहलवान आदिवासी का राशन कार्ड गांव में ही टिंकू शर्मा और बड़े बरार के पास था उसने उनके पास पहुंचकर राशनकार्ड मांगा तो उसकी दोनों ने बेइज्जती कर दी। दोनों ने गाली गलौज कर उसकी गांवालों के सामने मारपीट कर दी, गाँव वालों के सामने बेइज्जती होने से पहलवान आदिवासी इतना आहत हो गया कि उसने घर जाकर फंसी लगा ली और जान दे दी।
डबरा देहात थाना क्षेत्र के ग्राम छोले की दफाई निवासी 32 साल के पहलवान आदिवासी ने घर के अंदर लगे बांस के डंडे पर रस्सी डालकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। जब उसके भाई ने उसे फांसी के फंदे पर लटका देखा तो इसकी सूचना पुलिस को दी। घटना 20 अप्रैल की है, मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले की जांच पड़ताल और घर वालों से पूछताछ की और मर्ग कायम कर जाँच में ले लिया।
परिजनों ने बताया कि मृतक पहलवान का राशन कार्ड डॉक्टर टिंकू शर्मा के यहाँ पर रखा हुआ था। टिंकू शर्मा और उसका साथी बड़े बरार गांव में घटना के एक दिन पहले आये हुये थे। तभी मृतक पहलवान आदिवासी ने अपना राशन कार्ड डॉक्टर टिंकू शर्मा से मांगा तो डॉक्टर टिकू शर्मा और उसके साथी बड़े ने मृतक पहलवान को गाली गलौज कर थप्पड़ों से मारपीट कर दी एवं गांव में बेईज्जत कर दिया था। पहलवान आदिवासी ने घर पहुंचकर घटना के बारे में परिवार वालों को बताया और कहा कि मेरी गांव में बेईज्जती हो गई है अब में जीना नहीं चाहता हूँ। जिसके बाद पहलवान सिंह ने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
परिवार से पूछताछ के बाद पुलिस ने मृतक के शव को पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया। एडिशनल एसपी देहात जयराज कुबेर ने बताया कि मर्ग की जांच के बाद पुलिस ने आरोपी टिंकू शर्मा और उसके साथी बड़े बरार के खिलाफ धारा 306, 34 और एससीएसटी एक्ट में मामला दर्ज कर लिया है , आरोपी फरार हैं उनकी तलाश की जा रही है।
ग्वालियर से अतुल सक्सेना की रिपोर्ट