Gwalior News : मामा माणिक चंद वाजपेयी स्मृति सेवा न्यास ने आद्य पत्रकार देवर्षि नारद की जयंती पर ग्वालियर में पत्रकार सम्मान एवं संवाद कार्यक्रम आयोजित किया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता उत्तर प्रदेश के पूर्व शिक्षा मंत्री, वरिष्ठ साहित्यकार एवं हिंदी साहित्य भारती के अंतर राष्ट्रीय अध्यक्ष रविंद्र शुक्ल थे। मुख्य अतिथि वरिष्ठ पत्रकार हरिमोहन शर्मा थे।
विरोधियों ने नारद मुनि के चरित्र को विकृत किया : शुक्ल
साहित्यकार एवं पत्रकार रविंद्र शुक्ल ने कहा कि जिस तरह से त्रिलोक के पहले पत्रकार देवर्षि नारद ने लोगों की भलाई के लिए काम किया, इसी तरह से समस्याओं को उठाते हुए हमें जनकल्याणकारी पत्रकारिता करना चाहिए। हालांकि विरोधियों ने नारद मुनि के चरित्र को विकृत कर दिया है लेकिन उन्होंने अलग अलग भूमिकाएं निभाते हुए जो पत्रकारिता की उसमें उनका उद्देश्य हमेशा भलाई रहा। यूपी के पूर्व मंत्री शुक्ल ने कहा कि आज पत्रकारों की विश्वसनीयता पर भी प्रश्नचिन्ह लग गया है। पत्रकार का काम सनसनी नहीं समस्या का समाधान कराना है।
पत्रकार ऐसा काम ना करें जिससे भारत का अहित हो : पूर्व मंत्री शुक्ल
पूर्व मंत्री शुक्ल ने कहा कि पत्रकार समाज हित में सत्य का साथ दें, लेकिन ऐसी पत्रकारिता न करें जिससे भारत का अहित हो। उन्होंने कहा कि देश में आज जातिवाद, सांप्रदायिकता सहित कई समस्याएं विस्फोटक स्थिति में है। ऐसे में सकारात्मक पत्रकारिता बहुत जरूरी है। श्री शुक्ल ने मनु स्मृति और श्रीमद् भगवत गीता का उदाहरण देते हुए कहा कि मनुष्य जन्म से शूद्र पैदा होता है। कर्म के आधार पर जाति व्यवस्था तय होती थी। उन्होंने रामायण की चौपाई का उदाहरण देते हुए कहा कि ताडऩा का अर्थ प्रताडऩा नहीं है, बल्कि देखभाल करना और विशेषरूप से ध्यान देना है।
पत्रकार आत्मनिरीक्षण करें: हरिमोहन शर्मा
मुख्य अतिथि वरिष्ठ पत्रकार हरिमोहन शर्मा ने कहा कि पत्रकारों को आत्मनिरीक्षण करना चाहिए कि वह कैसा काम कर रहे हैं। उनकी समाज में छवि कैसी है। इसलिए वह अपने साथियों के साथ महीने में एक बार गोष्ठी कर विमर्श करें। उन्होंने कहा कि हमें सामाजिक सरोकार की पत्रकारिता पर विशेष ध्यान देना चाहिए।
कार्यक्रम की अध्यक्षता न्यास के अध्यक्ष दीपक सचेती ने की। चयन समिति के अध्यक्ष दिनेश चाकणकर एवं कार्यक्रम संयोजक राजीव अग्रवाल भी मंचासीन थे। चयन समिति में शामिल दिनेश चाकणकर, प्रवीण दुबे, बलराम सोनी एवं विनय अग्रवाल को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन राजेश वाधवानी एवं आभार सह संयोजक रवि उपाध्याय ने व्यक्त किया।
इन पत्रकारों का हुआ सम्मान
श्रेष्ठ प्रवासी पत्रकार सम्मान हरीश दिवेकर (द सूत्र), श्रेष्ठ पत्रकारिता सम्मान हरीश दुबे (स्थानीय संपादक नवभारत), श्रेष्ठ संवाददाता सम्मान जोगेंद्र सेन (नई दुनिया), श्रेष्ठ सांध्य दैनिक सम्मान बृजमोहन शर्मा (स्थानीय संपादक प्रदेश टुडे), इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के क्षेत्र में श्रेष्ठ पत्रकारिता सम्मान सर्वेश पुरोहित (आज तक), श्रेष्ठ रेडियो (एफ.एम.) पत्रकार सम्मान सुरेन्द्र माथुर (स्टेशन हेड रेडियो चस्का), श्रेष्ठ आंचलिक पत्रकारिता सम्मान अनिमेष शर्मा (दैनिक भास्कर), श्रेष्ठ लघु समाचार पत्र सम्मान हरीश उपाध्याय (संपादक श्रीराम एक्सप्रेस), श्रेष्ठ छायाकार सम्मान केदार जैन (स्वतंत्र छायाकार), श्रेष्ठ महिला पत्रकार सम्मान रूपाली ठाकुर (दैनिक भास्कर), श्रेष्ठ पत्रकारिता शिक्षक सम्मान श्याम पाठक, श्रेष्ठ वेब पोर्टल /डिजिटल मीडिया सम्मान अजय मिश्रा (सांध्य देश), श्रेष्ठ नागरिक पत्रकारिता सम्मान नितिन शुक्ला, श्रेष्ठ नवोदित पत्रकार सम्मान राजेंद्र ठाकुर (पत्रिका) एवं शुभम चौधरी (स्वदेश) को दिया गया।
ग्वालियर से अतुल सक्सेना की रिपोर्ट