Gwalior News : रुपयों से भरा बैग लेकर फरार हुए आरोपी पुलिस गिरफ्त में, कैश भी बरामद

Atul Saxena
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Gwalior News : ग्वालियर पुलिस ने पिछले दिनों बैंक में जमा कराने आये व्यक्ति की कार से तीन लाख रुपये से भरा बैग चुराकर भागने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, पुलिस ने आरोपियों के पास से 02 लाख 95 हजार रुपये नगद तथा घटना में प्रयुक्त स्प्लेंडर मोटर सायकिल जब्त की है।पकड़े गये दोनों आरोपी आपस में जीजा-साले हैं। पुलिस आरोपियों से कड़ी पूछताछ कर रही है।

ग्वालियर में अपराधों पर नियंत्रण के लिए पुलिस भरसक प्रयास कर रही है बावजूद इसके बदमाश पुलिस को चुनौती दे रहे हैं पिछले दिनों फरियादी उदय सिंह गुर्जर निवासी ग्राम सिरसा ने घाटीगांव पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि 09 जनवरी को मेरी बोलेरो गाड़ी में रखा काले रंग का बैग कोई अज्ञात व्यक्ति चुराकर ले गया, बैग में तीन लाख रूपये नगद रखे हुए थे, जिन्हे मैं बैंक में जमा कराने के लिए लाया था। फरियादी ने बताया कि देवनारायण मंदिर में भागवत कथा और भण्डारे के लिए उसने तीन लाख रूपये एकत्रित किये थे, जिन्हें वह बैंक में जमा कराने आया था लेकिन बैंक का सर्वर डाउन होने से अपना रुपयों से भरा बैग लेकर गाड़ी में इंजतार करने लगा। तभी उसके गांव के दो लड़कों में विवाद होने लगा तो वह बीच बचाव करने के लिए बैग गाड़ी में छोड़कर चला गया था। फरियादी की रिपोर्ट पर अज्ञात चोर के खिलाफ थाना घाटीगांव में प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

घटना के बाद से पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही थी इसी बीच पुलिस अधीक्षक अमित सांघी को मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई कि पिछले दिनों थाना घाटीगांव में हुई 3 लाख की चोरी की घटना के संदिग्ध व्यक्ति को दतिया में देखा गया है। सूचना पर एसपी ने  एड्सिहंल एसपी शहर(पश्चिम) गजेन्द्र सिंह वर्धमान को थाना घाटीगांव पुलिस की टीम बनाकर मुखबिर की सूचना पर कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया।

पुलिस ने विवेचना के लिए आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को चैक किया, फुटेज में घटना स्थल के पास दो संदिग्ध व्यक्ति दिखे। विवेचना में आये तकनीकी साक्ष्य व मुखबिर सूचना के आधार पर मालूम चला कि उक्त संदिग्ध दतिया के रहने वाले हैं। थाना घाटीगांव पुलिस टीम मुखबिर सूचना के आधार पर दतिया पहुंची। पुलिस टीम को दिनार रोड पर होमगार्ड कार्यालय के सामने मुखबिर के बताये हुलिया का एक संदिग्ध काले रंग की स्प्लेंडर मोटर साइकिल पर बैठा दिखा। उसने पुलिस टीम को देखकर भागने का प्रयास किया, लेकिन घेराबंदी कर खड़ी हुई पुलिस टीम द्वारा उसे मौके पर ही धरदबोचा गया।

संदेही से उसका नाम पता पूछने पर उसने स्वयं को प्रकाश नगर, सिविल लाइन दतिया का रहने वाला बताया। पकड़े गये संदेही से पुलिस टीम द्वारा चोरी की घटना के संबंध में पूछने पर उसने पहले पुलिस टीम को गुमराह करने का प्रयास किया लेकिन बाद मे तकनीकी साक्ष्य दिखाने के बाद उसने द्वारा अपने एक अन्य साथी की मदद से घाटीगांव में बोलेरो गाड़ी से रुपयों से भरा बैग चोरी करना स्वीकार किया। उसने बताया कि बैग चोरी करने के बाद हम दोनों मोटर साइकिल से भाग गये थे। चोरी गये रुपयों के संबंध में पूछताछ करने पर पकड़े गये संदेही ने बताया कि बैग में कुल तीन लाख रुपये थे जिनकों दोनों ने आधा-आधा बांट लिया था। पकड़े गये संदेही की निशादेही पर पुलिस द्वारा चोरी गये रुपयों में से 01 लाख 47 हजार तथा घटना में प्रयुक्त मोटर साइकिल को जप्त कर लिया।

पकड़े गये आरोपी से उसके साथी के संबंध में पूछने पर उसने बताया कि वह अभी अपनी ससुराल प्रकाश नगर में है। पुलिस टीम द्वारा तत्काल प्रकाश नगर में दूसरे आरोपी की तलाश की गई तो वह अपनी ससुराल में मौजूद मिल गया। पूछताछ करने पर उसने भी चोरी की घटना कराना स्वीकार किया। उसके हिस्से में आये चोरी के रुपयों के संबंध में पूछताछ करने पर उसने बताया कि 01 लाख रुपये ससुराल में छिपाकर रखे है तथा शेष 48 हजार रुपये बडागांव में स्थित मोगियाओं के डेरा पर छिपाकर रखे हुए है। पकड़े गये दूसरे आरोपी की निशानदेही पर पुलिस टीम द्वारा उसके हिस्से में आये 01 लाख 48 हजार रुपये जब्त कर लिए। पकड़े गये आरोपियों से जिले में हुई अन्य चोरी की वारदातों के संबंध में पूछताछ की जा रही है। पकड़े गये दोनों आरोपी आपस में जीजा-साले हैं।


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ.... पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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