Gwalior News : पुलिस ने कार से पकड़ा 2 लाख कैश, यूपी से 1 लाख रुपये का गांजा बेचने आया तस्कर गिरफ्तार

चेकिंग में कार से 2 लाख 6 हजार रुपये कैश मिला। कैश के बारे में कार में मौजूद निशांत मेहता नामक व्यक्ति ने बताया कि वो दिल्ली में CA है और ये पैसा उनका ही है लेकिन जब पुलिस ने कैश से जुड़े दस्तावेज या कोई प्रूफ दिखाने के लिए कहा तो निशांत नहीं दिखा पाए जिसके बाद पुलिस ने कैश जब्त कर लिया।

Atul Saxena
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Gwalior News :  लोकसभा चुनाव आचार संहिता के चलते ग्वालियर पुलिस एक्स्ट्रा एक्टिव मोड में हैं, पुलिस लगातार तस्करों, अवैध कारोबारियों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है, इसी क्रम में ग्वालियर के दो पुलिस थाना क्षेत्रों में पुलिस ने कैश और गांजा जब्त किया है, पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है ।

कार से मिला 2 लाख से ज्यादा कैश जब्त 

एडिशनल एसपी निरंजन शर्मा ने बताया कि लोकसभा चुनाव को देखते हुए  शहर की सीमाओं पर हो रही चेकिंग की जा रही है इसी दौरान एसएसटी और बहोडापुर पुलिस ने दिल्ली नंबर की एक कार को रोका, चेकिंग में कार से 2 लाख 6 हजार रुपये कैश मिला। कैश के बारे में कार में मौजूद निशांत मेहता नामक व्यक्ति ने बताया कि वो दिल्ली में CA है और ये पैसा उनका ही है लेकिन जब पुलिस ने कैश से जुड़े दस्तावेज या कोई प्रूफ दिखाने के लिए कहा तो निशांत नहीं दिखा पाए जिसके बाद पुलिस ने कैश जब्त कर लिया।

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युवक के बैग से मिला 1 लाख का गांजा 

एडिशनल एसपी ने एक अन्य कार्रवाई की जानकारी देते हुए बताया कि शहर की पड़ाव पुलिस को  मुखबिर से सूचना  मिली थी कि झांसी की तरफ से आने वाली एक ट्रेन यूपी का एक व्यक्ति गांजे को सप्लाई करने के लिए शहर आ रहा है। सूचना के बाद पुलिस ने प्लेटफॉर्म नम्बर चार के बाहर लक्ष्मणपुरा स्थित कलारी के सामने एक संदिग्ध युवक को रोका जब पुलिस ने उसके पास मौजूद बैग की तलाशी ली तो उसमें गांजा मिला, पुलिस ने इसकी तौल कराई तो ये करीब 9 किलो निकला, जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया, जब्त गांजे की कीमत करीब 1 लाख रुपये बताई गई है, गिरफ्तार तस्कर उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर का रहने वाल है उसका नाम नीरज सिंह है, पूछताछ में उसने बताया कि वो ग्वालियर में गांजा सप्लाई करने आया था , पुलिस आरोपी से और पूछताछ कर रही है


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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