लूट की तीसरी वारदात से पहले ही कार सवार लुटेरों को ग्वालियर पुलिस ने दबोचा, दो घटनाओं का खुलासा, स्टूडेंट्स है आरोपी

Atul Saxena
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Gwalior News : ग्वालियर पुलिस ने लुटेरों की एक ऐसी गैंग को गिरफ्तार किया है जो कार से चलते थे, बाइक सवार को टक्कर मारकर गिराते थे और फिट कट्टे से हवाई फायर कर उनसे लूट कर फरार हो जाते थे, गैंग में चार सदस्य है जिनमें से तीन पुलिस की पकड़ में आ गए है चौथा अभी फरार है, बड़ी बात ये है कि आरोपियों की उम्र 18 से 22 साल के बीच है,  ये पढ़ाई कर रहे हैं, पुलिस ने इनके कब्जे से ग्वालियर में नवंबर की शुरुआत में हुई घटना में लूटे गए सोने के जेवर बरामद कर लिए हैं।

लूट की तीसरी वारदात से पहले ही कार सवार लुटेरों को ग्वालियर पुलिस ने दबोचा, दो घटनाओं का खुलासा, स्टूडेंट्स है आरोपी

ग्वालियर के थाना बिजौली क्षेत्र में बेरजा गाँव में 5 नवंबर की रात को मोटर साइकिल सवार नव दम्पत्ति के साथ कट्टे की नोक पर लूट करने वाले तीन शातिर लुटेरे को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, पुलिस ने आरोपियों को मुखबिर की सूचना पर भिंड जिले की गोहद गल्ला मंडी से उस समय गिरफ्तार किया जब ये एक लूट की तीसरी घटना करने के प्रयास में थे।

नव विवाहित जोड़े को कार से टक्कर मारकर लूटा था 

एडिशनल एसपी अमृत मीणा ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि नव विवाहित रवि चौहान अपनी पत्नी अनामिका के साथ लहार जिला भिंड से परिजन की तेरहवीं में शामिल होकर लौट रहा था तभी पिपरसाना गोहद के पास से एक कार वाले ने पीछा किया और छेंकुरिया मोड़ के पास बेरजा गाँव में एक कार ने गाड़ी आगे लगा दी जिससे पति-पत्नी बाइक सहित गिर गये, बदमाशों ने गाड़ी से उतरकर हवाई फायर किया रवि से पैसे छुड़ाए व पत्नी का मंगलसूत्र व चेन झपट ली और भाग गए।

फरियादी ने कार के नंबर में सिर्फ डीएल 700 लिख देखा था 

रवि ने घटना की शिकायत बिजौली थाने में की, घटना के बाद पुलिस ने आरोपियों की तलाश शुरू की, पूछताछ में फ़रियादी रवि ने पुलिस को बताया कि जिस स्विफ्ट गाड़ी ने टक्कर मारी थी उस गाड़ी में नंबर डीएल 700 लिखा था, उसके बाद  एक टीम आरटीओ दिल्ली भेजी गई, जहां से उस सीरीज की सभी गाड़ियों के नंबर निकाले और लूट के संदेही को तलाशना शुरू किया गया।

मुखबिर की सूचना पर लूट गैंग गोहद से पकड़ी 

पुलिस टीम को विवेचना व तकनीकी साक्ष्य में एक संदेही का नाम सामने आया। आज 22 नवंबर को मुखबिर से सूचना मिली कि गोहद गल्ला मंडी के पास उक्त लूट की घटना में प्रयुक्त स्विफ्ट डिजायर कार खड़ी हुई है। मुखबिर की सूचना पर पुलिस टीम गोहद गल्ला मंडी पहुंची तो एक सफेद रंग की पुराने मॉडल वाली स्विफ्ट डिजायर डीएल3सी-एडब्लू-8700 नम्बर की खड़ी मिली, पुलिस टीम को कार के अन्दर तीन लड़के बैठे हुये दिखे पुलिस ने इन्हें पकड़ लिया।

नव विवाहित जोड़े को लूटने की घटना स्वीकार की 

उक्त सीरीज नम्बर की कार का घटना में प्रयोग होने से तीनों से पुलिस ने अलग अलग पूछताछ की तो उन्होंने उक्त डिजायर कार से बेरजा के पास कट्टों की नोक पर मोटर सायकल सवार दम्पति से जेवरात व पैसा लूटना स्वीकार किया। पुलिस ने घटना में प्रयुक्त स्विफ्ट कार, लूटे गये मंगलसूत्र का पेन्डल, ताबीज माला तथा मंगलसूत्र की माला मय 26 सोने जैसे लम्बे दानों (मोती) के तथा घटना में प्रयुक्त एक बारह बोर का कट्टा मय बारह बोर का एक राउण्ड के तथा 800 रुपये नगद आरोपियों से विधिवत जप्त किए गये।

आरोपियों की उम्र महज 18 से 22 साल के बीच, ये पढ़ाई कर रहे

एडिशनल एसपी ने बताया कि गिरफ्तार लुटेरों की उम्र महज 18 से 22 साल के बीच है ये पढ़ाई कर रहे हैं , इनमें एक लड़का ग्वालियर का है एक भिंड का है और एक इटावा का है चौथा अभी फरार है, इन लोगों ने कुछ समय पहले ही दिल्ली नंबर की ये गाड़ी खरीदी है और कुछ दिनों पहले ही लूट की घटना शुरू की है, पूछताछ में लुटेरों ने भिंड के देहात में कुछ समय पहले की लूट की घटना करना भी स्वीकार किया जिसमें भिंड पुलिस को भी इनकी तलाश थी।

ऐसे करते थे वारदात 

ये घटना में कार का इस्तेमाल करते थे, या तो बाइक सवार को टक्कर मार कर गिरा देते या फिर अचानक उसके सामने कार खड़ी कर उसे गिरा देते थे, फिर कट्टे से हवाई फायर कर उसे डराते थे और उसके पास जो कुछ भी मिलता उसे लूट कर फरार हो जाते थे , ये कार की नंबर प्लेट को टेम्पर भी कर देते थे या उसपर रेडियम लगा देते थे जिससे उसकी सीरीज पता नहीं चले लेकिन ग्वालियर पुलिस ने इनके मंसूबों पर पानी फेर दिया और गिरफ्तार कर लिया ।

ग्वालियर से अतुल सक्सेना की रिपोर्ट 


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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