ग्वालियर, अतुल सक्सेना। वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के नागरिक उड्डयन मंत्री बनने के बाद मध्यप्रदेश सहित ग्वालियर को सौगातें मिलने का सिलसिला शुरू हो चुका है। पिछले दिनों ग्वालियर को स्पाइस जेट की 8 उड़ाने मिली अब जल्दी ही ग्वालियर की अत्याधुनिक सिविल एयर पोर्ट मिलने वाला है। केंद्रीय मंत्री सिंधिया के निर्देश पर एयर पोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया की टीम ग्वालियर पहुंची और शनिवार को एयरपोर्ट के लिए चिन्हित की गई जमीन का निरीक्षण किया और फिर रात को ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के साथ बैठक कर विस्तृत चर्चा की।
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ग्वालियर को अत्याधुनिक सिविल एयरपोर्ट की सौगात मिलने जा रही है। अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप एयर टर्मिनल सहित सिविल एयरपोर्ट निर्माण के लिए गंभीरता के साथ जमीन तलाशी जा रही है। साथ ही वर्तमान हवाई अड्डे का विस्तार कर अत्याधुनिक सिविल एयरपोर्ट का रूप देने का विकल्प भी रखा गया है। इस सिलसिले में केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के निर्देश पर एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के वरिष्ठ अधिकारियों की टीम ग्वालियर दौरे पर आई है। नए सिविल एयरपोर्ट के लिए प्रस्तावित जमीनों को देखने के बाद शनिवार की रात प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर की मौजूदगी में एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया की टीम ने कलेक्टर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ चर्चा की।
नई दिल्ली से आई एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया की टीम ने शनिवार को दोपहर में ग्वालियर, भिण्ड व मुरैना जिले के जिला कलेक्टर एवं अन्य वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों सहित वन, नगर एवं ग्राम निवेश, राजस्व इत्यादि विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक कर नए हवाई अड्डे के लिए विभिन्न स्थानों पर प्रस्तावित जमीन पर विचार मंथन किया। यहाँ कलेक्ट्रेट के सभागार में ये अहम बैठकें आयोजित हुईं।
प्रस्तावित वेस्टर्न बाइपास व तिघरा डैम से आगे लखनपुरा व छिकारी गाँव के समीप स्थित जमीन, घाटीगाँव विकासखण्ड में आरोन के नजदीक, मुरैना जिले के अंतर्गत चंबल एक्सप्रेस-वे के समीप और डबरा तहसील के अंतर्गत छीमक, खड़बई, महाराजपुर, चितावनी व बारोल ग्रामों के बीच स्थित जमीन सहित ग्वालियर व मुरैना जिले में अन्य स्थानों पर स्थित जमीनों पर बैठक में विचार हुआ। एयरपोर्ट अथॉरिटी के मानकों एवं एयर फोर्स की गाइडलाइन के दायरे में आने वाली जमीन को नए एयरपोर्ट के लिए प्रस्तावित किया जाएगा।
ऊर्जा मंत्री की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट में आयोजित हुई बैठक में तय किया गया कि नए सिविल एयरपोर्ट के लिए जमीन चिन्हित करने के साथ-साथ वर्तमान एयरपोर्ट के विस्तार के लिए विधिवत रूप से आलू अनुसंधान केन्द्र की जमीन प्राप्त करने की कार्रवाई भी जारी रखें, जिससे यदि नए सिविल एयरपोर्ट के लिये जमीन मिलने में तकनीकी बाधाएं आएं तो आलू अनुसंधान केन्द्र की जमीन पर एयरपोर्ट का विस्तार किया जा सके। बैठक में बताया गया कि ग्वालियर के सिविल एयरपोर्ट के विस्तार के तहत इंदौर सहित देश के अन्य महानगरों की तर्ज पर अत्याधुनिक एयर टर्मिनल बनाया जाएगा। साथ ही अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डों के मानकों के अनुरूप अन्य सुविधायें भी जुटाई जायेंगीं।
एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के अधिकारियों ने बैठक में कहा कि नए सिविल एयरपोर्ट निर्माण के लिए 6 किलोमीटर लम्बी और एक किलोमीटर चौड़ाई में जमीन की जरूरत है। साथ ही इस बात का भी ध्यान रखना होगा कि एयरफोर्स गाइडलाइन के अनुरूप एयरफोर्स स्टेशन से यह जमीन पर्याप्त एरियल डिस्टेंस (लगभग 26 किलोमीटर) पर हो।
बैठक में कलेक्टर ग्वालियर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह, कलेक्टर मुरैना बी.कार्तिकेयन व कलेक्टर भिण्ड सतीश कुमार एस, एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के कार्यपालक निदेशक इंजीनियरिंग एम एन एन राव, कार्यपालक निदेशक एट्राजिक मैनेजमेंट ए के मीणा, केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के ओएसडी पुरूषोत्तम पाराशर, नगर निगम आयुक्त शिवम वर्मा, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी किशोर कान्याल, अपर कलेक्टर ग्वालियर टी एन सिंह व रिंकेश वैश्य, अपर कलेक्टर मुरैना नरोत्तम भार्गव, जिला भाजपा अध्यक्ष कमल माखीजानी तथा तीनों जिलों के अन्य वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी, संयुक्त संचालक नगर एवं ग्राम निवेश बी के शर्मा, मुख्य अभियंता जल संसाधन व अधीक्षण यंत्री नगर निगम, पीएचई और वन व राजस्व विभाग के अधिकारी मौजूद थे।
गौरतलब है कि एयरपोर्ट अथॉरिटी की टीम ग्वालियर जिले में अंतर्राष्ट्रीय स्तर के नए सिविल एयर पोर्ट के निर्माण के लिए प्रस्तावित की गई जमीन का स्थल भ्रमण करने शनिवार को पहुँची। इस टीम ने तिघरा से आगे लखनपुरा व छिकारी ग्राम और घाटीगांव विकासखण्ड के अंतर्गत आरोन ग्राम के समीप स्थित जमीन का जायजा लिया। रविवार को एयर अथॉरिटी की टीम मुरैना जिले में प्रस्तावित चंबल एक्सप्रेस-वे के समीप जमीन का जायजा लेने जायेगी। ग्वालियर में अत्याधुनिक सिविल एयरपोर्ट की स्थापना से एयर कनेक्टिविटी बढ़ेगी, जाहिर है क्षेत्र के औद्योगिक विकास में तेजी आएगी।
कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने संबंधित एसडीएम को निर्देश दिए हैं कि जिले में जिन स्थानों को सिविल एयरपोर्ट के लिए एयरपोर्ट अथॉरिटी की टीम ने देखा है वहां की जमीन की कंटूर सर्वे सहित विस्तृत रिपोर्ट जल्द से जल्द तैयार कर एयरपोर्ट अथॉरिटी को भेजें।