हंस राज हंस ने बिलावल भुट्टो को पाकिस्तान का “पप्पू” बताया, राहुल गांधी के लिए कही बड़ी बात

Amit Sengar
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Gwalior News : प्रसिद्ध सूफी गायक एवं भाजपा सांसद हंस राज हंस ने राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा कि वो एक पार्टी के प्रमुख हैं राजनीति में उन्हें लंबा समय हो गया अब मैच्योर हो जाना चाहिए। हंस राज हंस ने बिलावल भुट्टो को पाकिस्तान का पप्पू बताया, वे ग्वालियर में मीडिया से बात कर रहे थे।

“गमक” में प्रस्तुति देने आये हंस राज हंस

तानसेन समारोह के पूर्व संध्या पर आज शाम आयोजित होने वाले पूर्व रंग “गमक” में प्रस्तुति देने आये हंस राज हंस ने कहा कि ग्वालियर वो पवित्र जगह है जहाँ मियां तानसेन का जन्म हुआ जो संगीत का समुद्र थे, मेरी हैसियत नहीं है कि यहाँ कुछ सुना पाऊँ या उनके सामने कुछ गा पाऊँ, मैं यहाँ नमन करने आया हूँ। उन्होंने राहुल गांधी की यात्रा से जुड़े सवाल पर कहा कि राहुल गांधी बहुत अच्छा बंदा है मेरी तरह उसे भी पॉलिटिक्स नहीं आती लेकिन जब आप एक पार्टी के हेड हैं और आपको लंबा समय हो गया तो अब मैच्योर हो जाना चाहिए।

मोदी जैसा नेता होना असंभव

पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो से जुड़े सवाल पर हंस राज हंस ने उसे पाकिस्तान का पप्पू कहा, वे बोले हैं पप्पुओं को सीरियस नहीं लेते, उसके नाना भुट्टो साहब मोदी जी को सेल्यूट करते हैं, उसे उनसे कुछ सीखना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए सांसद हंस राज हंस ने कहा कि मोदी जैसा नेता होना असंभव है, हमारे पहले कई प्रधानमंत्री हुए जिनका मैं सम्मान करता हूँ लेकिन जब वे विदेशों में दूसरे राष्ट्राध्यक्षों के साथ खड़े होते थे तो कोने में खड़े होते थे जैसे भारत भूखा है, कुछ मांग रहा है लेकिन आज मोदी जी बीच में सीना तान कर खड़े होते हैं, कुछ विदेशी नेता तो यहाँ तक कहते हैं मोदी सिर्फ भारत ही नहीं पूरी दुनिया के प्रधानमंत्री लगते हैं।

पठान विवाद पर हंस राज हंस ने कहा कि भगवा रंग संतो पर ही अच्छा लगता है।फिल्म वालों को ध्यान रखना चाहिए इस तरह से किसी की आस्था को चोट नहीं पहुंचाना चाहिए। उन्होंने इसके लिए फिल्म सेंसर बोर्ड को भी दोषी बताया।

ग्वालियर से अतुल सक्सेना की रिपोर्ट


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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है। वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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