ग्वालियर । अंचल का सबसे बड़ा अस्पताल समूह जयारोग्य का सेन्ट्रल मेडिसिन स्टोर पिछले लम्बे अरसे से कबरबिज्जुओं के परिवार का आतंक झेल रहा था। ये जानवर ग्लूकोज बोतल सहित कई दवाओं को नुकसान पहुंचा रहा था। ग्लूकोज पीकर इनका साइज भी बहुत बड़ा हो चुका था। अस्पताल अधीक्षक की शिकायत पर चिड़ियाघर के कर्मचारियों ने दो कबरबिज्जुओं को पकड़ लिया जबकि इनके बच्चे भाग गए।
जयारोग्य अस्पताल के अधीक्षक डॉ. अशोक मिश्रा के मुताबिक अस्पताल समूह की दवाइयों के सबसे बड़े सेन्ट्रल मेडिसिन स्टोर में लम्बे समय से दवाएं ख़राब ही रहीं थी। जब पड़ताल की तो कर्मचारियों ने कबरबिज्जुओं द्वारा नष्ट करना बताया लेकिन मुझे विश्वास नहीं हुआ लेकिन एक दिन मैंने खुद कबरबिज्जू को देखा। उसके बाद स्टोर के सभी खिड़की दरवाजे आदि ठीक से पैक करवा दिए। कुछ दिन के। लिए आतंक से मुक्ति मिल गई। स्टाफ को भी कबरबिज्जू दिखाई नहीं दिए। लेकिन पिछले दिनों ये फिर आ गए और ग्लुकोज की बोतल सहित कई दवाइयां ख़राब कर दी। ग्लूकोज की बोतल पीने से इनका साइज भी बढ़ गया था। उसके बाद इसकी शिकायत एडीएम किशोर कन्याल से की । उनके निर्देश पर नगर निगम के चिड़ियाघर यानि गांधी प्राणी उद्यान के कर्मचारियों ने इनमें से दो नर और मादा कबरबिज्जुओं को पकड़ लिया जबकि इनके दो बच्चे भाग गए। अस्पताल अधीक्षक का कहना है कि चिड़ियाघर के कर्मचारियों का कहना है कि जल्दी ही बच्चों को भी पकड़ लिया जायेगा। हालाँकि इनके आतंक को झेल चुके सेट्रल मेडिसिन स्टोर के कर्मचारी शेष बचे दो कबरबिज्जुओं के नहीं पकड़े जाने से दहशत में हैं ।