पॉश कालोनी के एक घर में पटाखों का अवैध भण्डारण, पुलिस और प्रशासन की टीम ने मारा छापा

टीम संगम गोयल के मकान पर पहुंची, जब टीम ने यहाँ छानबीन शुरू की तो उसे घर में रखे चालीस कार्टन मिले जिसमें अलग अलग तरह के पटाखे थे। 

Atul Saxena
Published on -
Illegal storage of firecrackers

Gwalior News :  दिवाली नजदीक आता देखा पटाखों का अवैध भण्डारण, परिवहन और विक्रय शुरू हो जाता है जिसपर कड़ी निगरानी रखने के निर्देश ग्वालियर कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी रुचिका चौहान ने दिए हैं उधर एसपी धर्मवीर सिंह ने भी पुलिस के मुखबिर तंत्र को मजबूत करने के निर्देश दिए हैं, इसका असर आज शहर में दिखाई दिया और पुलिस को एक घर में भारी मात्रा में रखे पटाखे मिले जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया।

ग्वालियर की बहोड़ापुर थाना पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि विनय नगर सेक्टर चार में एक मकान में पटाखों का अवैध भण्डारण किया गया है जबकि ये घना रिहायशी इलाका है और शहर की पॉश कॉलोनियों में से एक है, सूचना  मिलते ही पुलिस ने प्रशासनिक अफसरों को इसकी सूचना दी।

छापामार टीम को घर में रखे मिले पटाखा भरे 40 कार्टन 

एक घर में पटाखों के अवैध भण्डारण की सूचना मिलने के बाद एसडीएम, आर आई, पटवारी, बहोड़ापुर थाना टी आई और पुलिस फ़ोर्स की एक टीम विनय नगर पहुंची, टीम संगम गोयल के मकान पर पहुंची, जब टीम ने यहाँ छानबीन शुरू की तो उसे घर में रखे चालीस कार्टन मिले जिसमें अलग अलग तरह के पटाखे थे।

लाइसेंस मिलने से पहले ही खरीद कर घर में भरे पटाखे  

पुलिस ने जब पटाखों के बारे में पूछताछ की तो मालूम चला कि इनमें आवाज वाले, रौशनी वाले, बच्चों वाले और लूज पटाखे थे, इतनी बड़ी मात्रा में घर में पटाखे होने के सवाल पर गोयल परिवार द्वारा बताया गया कि उन्होंने ये कल ही ख़रीदे है, हम लोगों ने लाइसेंस अप्लाई किया हुआ है, हमें पिछली साल भी लाइसेंस मिला था, जब मिल जाता तो बेचते।

बहोड़ापुर थाना पुलिस दर्ज करेगी मुकदमा 

बहोड़ापुर थाना टी आई जितेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि हम अभी इनकी बातों की तस्दीक कर रहे हैं, फिलहाल ये सब अवैध है और गैरकानूनी है इसलिए पूरी पटाखों की काउंटिंग और शेष क़ानूनी प्रक्रिया पूरी इनके खिलाफ प्रकरण दर्ज किया जायेगा।

ग्वालियर से अतुल सक्सेना की रिपोर्ट  


About Author
Atul Saxena

Atul Saxena

पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

Other Latest News