ग्वालियर।अतुल सक्सेना।
राजनैतिक और शरीरिक संकट से जूझ रहा सिंधिया परिवार (scindia family) आज न्याय के देवता शनि के दरबार में पहुंचा है। दुनिया के सबसे प्राचीन रियासतकालीन शनि मंदिर शनिचरा पर आज सिंधिया परिवार की तरफ से विशेष पूजा की गई।
ग्वालियर जिले (gwalior district) के नजदीक मुरैना जिले(murena district) की सीमा में आने वाले एंती पर्वत पर बसे विश्व प्रसिद्ध शनि मंदिर शनिचरा पर सिंधिया परिवार की तरफ से विशेष पूजा की गई। बताया जा रहा है कि ये पूजा बहुत गुपचुप तरीके से की गई । मंदिर के पुजारी के मुताबिक मंदिर में सुबह तीन लोग पहुंचे थे उनमें एक पंडित जी थे एक की पचौरी थे और एक अन्य थे। इन लोगों ने बताया कि वे सिंधिया परिवार की तरफ से पूजा करने आये हैं। उन्होंने शनिदेव का तेल से अभिषेक किया और पास में बने हॉल में बैठकर विशेष पूजा की। पुजारी की माने तो जो पूजा सामग्री ये लोग लाये थे उसमें महाराज ज्योतिरादित्य सिंधिया और महारानी प्रियदर्शनी राजे के नाम की पर्चियाँ डली हुई थी। मंदिर के पुजारी ने ये भी बताया कि सिंधिया परिवार की तरफ से यहाँ विशेष अवसरों पर पूजा करवाई जाती है। गौरतलब है कि सिंधिया इस समय राजनैतिक संकट से जूझ रहे हैं उन्हें हाल ही मे कोरोना भी हुआ था यही वजह है कि ये विशेष पूजा कराई गई है।