जबलपुर| संदीप कुमार| आम तौर पर पहलवान आपको जिम या अखाड़े में देखने को मिलते है पर आज ये पहलवान सड़को पर उतरकर अपनी मांसपेशियों का प्रदर्शन कर रहे थे वजह थी कि लॉक डाउन खत्म होने के बाद भी जिम और फिटनेश सेंटरो का न खुलना।
जिले भर के जिम संचालक और खिलाड़ी उतरे सड़क पर
कोरोना वायरस के कारण लगे तीन माह के लॉक डाउन ने जिम संचालको की कमर तोड़ दी है बीते तीन माह से जिम और फिटनेश सेंटरो के बंन्द रहने से जिम संचालको की आर्थिक स्थिति बिगड़ गई है।आज जिम बंन्द होने के कारण आमदनी का जरिया पूरी तरह से बंन्द हो गया है जिससे मजबूर होकर अपनी मांगे मंगवाने के लिए सड़को पर उतरना पड़ा है।
शराब दुकान खुली पर जिम नहीं खुले
महिला खिलाड़ियों ने राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि लॉकडाउन खुलने के बाद सबसे पहले शराब की दुकानों को खोला गया पर सरकार का फिटनेस सेंटर पर कहीं से भी ध्यान नहीं गय।शराब की दुकानों पर सोशल डिस्टेंस की खुलेआम उल्लंघन रोजाना देखने को मिल रहा है पर सरकार है कि संचालकों को इस वजह से अपने सेंटर खोलने की अनुमति नहीं दे रही है कि वहां पर सोशल डिस्टेंस का पालन नहीं होगा।
शहर के युवा ट्रेनर भी हो गए हैं बेरोजगार
कोरोना वायरस के चलते 3 माह के लॉक डाउन ने जिम में पदस्थ युवा ट्रेनरो को पूरी तरह से बेरोजगार कर दिया है।जिम व फिटनेस सेंटर में काम करने वाले युवा ट्रेनर आज पूरी तरह से बेरोजगार हो चुके हैं।कई ट्रेनर तो ऐसे हैं जो कि अपने परिवार का पालन पोषण फिटनेस सेंटर और जिम में नौकरी करके ही चलाया करते थे ऐसे में आज ये ट्रेनर बेरोजगार हो चुके हैं।
सरकार ने नहीं दिया ध्यान तो होगा उग्र आंदोलन
जबलपुर शहर के समस्त जिम संचालक और फिटनेस सेंटर के मालिकों ने सरकार को चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही जिम व फिटनेस सेंटर नहीं खोले गए तो आने वाले समय में ना सिर्फ उग्र आंदोलन किया जाएगा बल्कि शहर भर के पहलवान सड़कों पर उतर कर कसरत करने को मजबूर हो जाएंगे।