Gwalior News : मध्य प्रदेश के लिए ये चुनावी साल है, कांग्रेस और भाजपा दोनों पार्टियाँ एक बार फिर पूरी ताकत से मैदान में हैं, भाजपा जहाँ अपने 18 साल के विकास कार्यों को लेकर मैदान में अहि तो कांग्रेस भाजपा सरकार की खामियों और अपनी पार्टी की 15 महीने की सरकार की उपलब्धियों के सहारे मैदान में उतर रही है। लेकिन इस सब के बीच खास बात ये है कि कांग्रेस और भाजपा दोनों की निगाहें दलित वोट बैंक पर है इसका उदाहरण हैं संत रविदास जयंती पर पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ और सीएम शिवराज की ग्वालियर चम्बल संभाग में मौजूदगी।
कल 5 फरवरी को रविदास जयंती है, वैसे तो रविदास जी एक संत है जिन्होंने समानता सद्भाव की बात की लेकिन दलित समाज के लोग रविदास जी को अपने समाज का मानते है और राजनेता इसी का फायदा उठाते हुए वोटबैंक की राजनीति करते हैं। ग्वालियर चम्बल संभाग में दलित समाज एक बड़ा वोटबैंक है जिसपर भाजपा और कांग्रेस दोनों की निगाहें हैं।
रविदास जयंती पर कमल नाथ करेंगे चुनावी शंखनाद
पूर्व मुख्यमंत्री एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ कल 5 फरवरी को ग्वालियर आ रहे हैं और यहाँ संत रविदास के मंदिर पर पूजा अर्चना करेंगे और अन्य कार्यक्रमों में भी शामिल होंगे, ये कांग्रेस का 2023 विधानसभा चुनावों के लिए चुनावी शंखनाद माना जा रहा है।
कमल नाथ ग्वालियर में कार्यक्रमों में होंगे शामिल
कमल नाथ के साथ कांग्रेस के कई दिग्गज नेता 5 फरवरी को ग्वालियर में मौजूद रहेंगे और दलित समाज के बीच कांग्रेस को मजबूती देने की बात करेंगे, कमल नाथ की यात्रा को लेकर कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं ग्वालियर के प्रभारी डॉ महेंद्र सिंह चौहान तीन दिन से ग्वालियर में हैं और तैयारियों को अंतिम रूप दे रहे हैं।
सीएम शिवराज भिंड में रहेंगे मौजूद
उधर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी 5 फरवरी को भिंड में मौजूद रहेंगे, वे मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान के कार्यक्रम में शामिल होंगे, हित्ग्रहियोंको स्वीकृति पत्र देंगे, हितलाभ वितरित करेंगे, करोड़ों रुपये के विकास कार्यों की सौगात देंगे और सरकार की विकास यात्रा की शुरुआत करेंगे। मुख्यमंत्री प्रदेश में विकास यात्रा की शुरुआत भिंड से ही करेंगे और यहाँ से विकास यात्रा रथों को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे।
दलित वोट बैंक पर भाजपा कांग्रेस की निगाहें
संत रविदास जी की जयंती पर भाजपा और कांग्रेस दोनों पार्टियों के प्रमुख नेताओं की ग्वालियर चम्बल में मौजूदगी स्पष्ट करती है कि दोनों ही पार्टियाँ दलित वोट बैंक पर नजरें जमाये बैठी हैं, ग्वालियर में मौजूद कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष और ग्वालियर प्रभारी डॉ महेंद्र सिंह चौहान से जब मीडिया ने सवाल किया तो उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी ने तो दो महीने पहले ही कार्यक्रम घोषित कर दिया था, कमल नाथ जी यहाँ से पार्टी का चुनावी शंखनाद करेंगे।
विकास यात्रा को कांग्रेस ने कहा विनाश यात्रा, अंतिम यात्रा
भाजपा सरकार की विकास यात्रा और उसकी शुरुआत चम्बल से करने के पीछे के मकसद के सवाल पर कांग्रेस नेता ने कहा कि ये बड़े ही अफ़सोस की बात है कि 18 साल सरकार में रहने के बाद भी विकास यात्रायें निकालनी पड़ रही है, ये जुमला पार्टी है, प्रदेश की जनता सब जानती है, कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष ने तंज सते हुए कहा कि ये विकास यात्रा नहीं है विनाश यात्रा है, अंतिम यात्रा जैसी है, ये विदाई का समय है उसकी बौखलाहट में अपनी पीठ खुद ही थपथपाने की कोशिश है और कुछ नहीं है।
2018 में कांग्रेस ने ग्वालियर चम्बल में किया था कमाल
आपको बता दें कि ग्वालियर चम्बल संभाग में विधानसभा की 34 सीटें हैं , 2018 के चुनाव में कांग्रेस ने यहाँ से जबरदस्त बढ़त हासिल की थी और 26 सीटों पर कब्ज़ा जमाया था जिसकी दम पर सत्ता हासिल की थी जबकि ये अंचल कभी भाजपा का गढ़ हुआ करता था, अब इसी हालत को देखते हुए शिवराज सिंह चौहान और उनकी पार्टी इस अंचल पर नजरें जमा रहे हैं तो कमल नाथ भी पिछला करिश्मा दोहराते हुए उसमें इजाफा करने की कोशिश कर रहे हैं। अब देखते है जनता किसका साथ देती है क्योंकि अभी चुनावों में बहुत समय है , कौन मतदाता को भरोसे में ले पाता है ये समय ही बताएगा।
ग्वालियर से अतुल सक्सेना की रिपोर्ट