ग्वालियर। अतुल सक्सेना| मध्यप्रदेश में जारी राजनैतिक घमासान में नेताओं के बयान आग में घी का काम कर रहे हैं। ताजा मामला पूर्व मुख्यमंत्री कामलनाथ (Kamalnath) के बयान पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह (CM Shivraj Singh Chauhan) के पलटवार से जुड़ा है। गौरतलब है कि रविवार को आयोजित कांग्रेस विधायक दल की बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री एवं पीसीसी चीफ कमलनाथ ने विधायकों में जोश भरते हुए कहा था कि हमारी अगली बैठक राज भवन में शपथ के साथ होगी। कांग्रेस (Congress) ने 1977का समय भी देखा है जब श्रीमती इंदिरा गांधी हार गई थी लेकिन कांग्रेस नहीं हारी और फिर उठ खड़ी हुई । इस बार मध्यप्रदेश में भी ऐसा ही होगा।
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के इस बयान पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने मिर्जा गालिब का शेर सुनाकर उनपर तंज कसा है। अल्प प्रवास पर ग्वालियर पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से जब पत्रकारों ने कमलनाथ के बयान पर टिप्पणी चाही तो वे थोड़ा रुके फिर उन्होंने कहा “मन को बहलाने के लिए गालिब ये खयाल अच्छा है” इतना कहकर मीडिया के दूसरे सवालों से बचकर सीएम निकल गए।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के छोटे भाई अजय प्रताप सिंह तोमर मुन्नू भैया के निधन पर शोक संवेदनाएं प्रकट करने ग्वालियर आये थे। सीएम ने कहा कि श्री तोमर मेरे लिए सिर्फ केंद्रीय मंत्री नहीं मेरे मित्र हैं। आज परिवार में जो क्षति हुई है उस दुख को सहन करने की शक्ति ईश्वर इन्हें प्रदान करे मैं यही प्रार्थना करता हूँ। सीएम शिवराज ने मुरार आर्य नगर स्थित श्री तोमर के घर पहुंचकर स्व मुन्नू भैया के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की ।उनके साथ सांसद एवं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा, नगरीय विकास मंत्री भूपेन्द्र सिंह, संगठन महामंत्री सुहास भगत एवं भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी लोकेंद्र पाराशर भोपाल से मुख्यमंत्री के साथ श्रद्धांजलि अर्पित करने आए थे। केद्रीय मंत्री तोमर के अनुज मुन्नू भैया का गत शनिवार को नई दिल्ली के एम्स में इलाज के दौरान निधन हो गया था। इसके पहले ग्वालियर पहुँचने पर सीएम शिवराज की जन प्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों ने अगवानी की। सीएम ने अफसरों से शहर के विषय में चर्चा भी की।