Jitu Patwari targeted CM Dr. Mohan Yadav : मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने प्रदेश में बढ़ रहे अपराधों को लेकर प्रदेश की भाजपा सरकार पर निशाना साधा है, उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश में जंगल राज है, मध्य प्रदेश का गृह विभाग कोलेप्स हो गया है, मुख्यमंत्री को एक जंगल राज विभाग बनाना पड़ेगा।
श्योपुर जिले की विजयपुर विधानसभा सीट पर हो रहे उप चुनाव के लिए पार्टी प्रत्याशी मुकेश मल्होत्रा का नामांकन फॉर्म भरवाने के लिए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ग्वालियर पहुंचे उनके साथ राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा और अशोक सिंह भी थे, वे यहाँ से सड़क मार्ग से विजयपुर श्योपुर के लिए निकल गए,श्योपुर जाने से पहले ग्वालियर में मीडिया से बात करते हुए जीतू पटवारी ने दावा किया कि विजयपुर सीट 500 प्रतिशत कांग्रेस जीत रही है।
रामनिवास रावत और BJP को विजयपुर की दुर्दशा के लिए बताया अपराधी
जीतू पटवारी ने कहा कि विजयपुर की जनता में राम निवास रावत के लिए गुस्सा है लोग उन्हें खोटा सिक्का कह रहे है वे यहाँ से 8 बार चुनाव लड़े, विधायक भी रहे लेकिन फिर भी उनके क्षेत्र में सबसे ज्यादा भुखमरी क्यों है? नवजात बच्चों की मृत्यु दर, महिलाओं की मृत्यु का दर, कुपोषण की दर सबसे ज्यादा है, यहाँ हॉस्पिटल नहीं है, स्कूल, कॉलेज नहीं है, रोजगार नहीं है, भाजपा 25 साल से प्रदेश में हैं, अब भाजपा और रामनिवास मिल गए, इसलिए वहां के अपराधी यह दोनों है।
CM Dr. Mohan Yadav को जंगलराज विभाग बनाना पड़ेगा
रीवा रेप काण्ड पर प्रदेश सरकार को घेरते हुए जीतू पटवारी ने कहा कि आखिर भाजपा की सरकार चल कैसे रही है ? देश का पहला उदाहरण है कि एक पति को पेड़ पर बांध दिया, उसके सामने ही उसकी पत्नी का बलात्कार किया, यहां मोहन यादव का जंगल राज है, प्रदेशवासियों इस पर लगाम लगाओ, बेटियों का सम्मान बचाना है तो भाजपा पर लगाम लगाना है, यह अफसर बुधनी और विजयपुर के मतदाताओं को मिला है मोहन यादव सरकार का ग्रह विभाग कोलेप्स हो गया हो गया है, अब मोहन यादव को एक जंगलराज विभाग बनाना पड़ेगा।
Kartikey के बयान पर ये बोले जीतू पटवारी
पीसीसी चीफ पटवारी ने केंद्रीय कृषि मंत्री और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के बेटे कार्तिकेय के बयान पर कहा- हर बेटे का आदर्श उसका पिता होता है लेकिन कार्तिकेय दिग्विजय सिंह को सीख दें ये सभ्यता नहीं है, मर्यादा तोड़ दी है उन्होंने, कार्तिकेय युवा है, इसलिए बड़ों के बीच में बच्चों को नहीं बोलना चाहिए, कार्तिकेय की भाषा अहंकार का प्रतीक है।
ग्वालियर से अतुल सक्सेना की रिपोर्ट