ग्वालियर। अतुल सक्सेना।
मध्यप्रदेश (Madhypradesh) में मंत्रिमंडल विस्तार (Cabinet expansion) के बाद राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया (Rajya Sabha MP Jyotiraditya Scindia) द्वारा दिये गए बयान “टाइगर अभी जिंदा है” (taigar abhi jinda hai) ने प्रदेश की राजनीति को गर्मा दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, दिग्विजय सिंह और पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा (Former Chief Ministers Kamal Nath, Digvijay Singh and former Minister Sajjan Singh Verma) के पलटवार के बाद अब पूर्व मंत्री डॉ गोविंद सिंह (Former Minister Dr. Govind Singh) का बड़ा बयान सामने आया है। डॉ गोविंद सिंह का कहना है कि मुझे तो इनमें शेर के नहीं चूहे के लक्षण दिखाई देते हैं ।
वरिष्ठ विधायक और कमलनाथ सरकार में मंत्री रहे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डॉ गोविंद सिंह ने सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया पर जुबानी हमला किया है। ग्वालियर में चुनिंदा पत्रकारों से बात करते हुए डॉ गोविंद सिंह ने कहा कि भाजपा क्या कहती है क्या करती है हमें उससे कोई लेना देना नहीं है। उन्होंने कहा कि टाइगर कहना ये ज्योतिरादित्य सिंधिया की सामंती भाषा है। सामंत लोग शेर और ना जाने क्या क्या शौक करते थे। गरीब और आम आदमी परेशान है। उसे रोटी और रोजगार से मतलब है। उसे फर्क नहीं पड़ता कि टाइगर जिंदा रहे या मर जाए। सिंधिया और शिवराज में से टाइगर कौन है के सवाल पर पूर्व मंत्री ने कहा कि ये लोग खुद को शेर कहते हैं लेकिन मुझे इनमें शेर के लक्षण दिखाई नहीं देते बल्कि चूहे के लक्षण दिखाई देते हैं। शिवराज मंत्रिमंडल के सवाल पर डॉ गोविंद सिंह ने कहा कि ये मध्यप्रदेश के इतिहास का सबसे कमजोर, अयोग्य और अक्षम मंत्रिमंडल है और जल्दी ही इसके परिणाम देखने को मिलेंगे।