ग्वालियर।अतुल सक्सेना| उपचुनाव को लेकर भले ही भाजपा (BJP) और कांग्रेस (Congress) दोनों ही पार्टियां बड़े बड़े दावे कर रहीं हैं लेकिन उनकी राह उतनी आसान नहीं है जितनी वो समझ रहे हैं। जनता के वोट का मखौल उड़ाने वाले नेताओं को सबक सिखाने के लिए अब जनता भी तैयार है। ग्वालियर जिले की ग्वालियर पूर्व विधानसभा के 5000 मतदाताओं ने बुधवार को चुनाव के बहिष्कार का एलान कर दिया। उन्होंने अपने घरों पर पोस्टर चिपकाकर लिख दिया कि जब विकास ही नहीं किया तो वोट किसलिए दें।
ज्योतिरादित्य सिंधिया (JYotiraditya Scindia) के साथ कांग्रेस छोड़कर भाजपा में जाने वाले ग्वालियर पूर्व विधानसभा के पूर्व विधायक मुन्नालाल गोयल से क्षेत्र के पांच हजार मतदाता बेहद नाराज हैं। आदित्यपुरम कॉलोनी के पास बनी पांच कॉलोनियों के इन हजारों मतदाताओं ने चुनाव के बहिष्कार का ऐलान किया है। इन सभी कॉलोनियों में फौजियों के परिवार रहते है। अधिकांश पुरुष सीमा पर दुश्मन से जंग लड़ते हैं तो यहाँ रहने वाले उनके परिजन सरकार से बुनियादी सुविधाओं के लिए जंग लड़ते हैं। इन लोगों ने घोषणा की है कि जब नेता क्षेत्र में विकास ही नहीं करते तो हम वोट क्यों दें।
दरअसल ग्वालियर पूर्व विधानसभा के अंतर्गत आने वाले आदित्यपुरम के आस्था नगर, वैष्णो धाम, गोकुल धाम, महाराज इंक्लेव और आश्रय ग्रीन सिटी के निवासी पिछले कई वर्षों से पानी, बिजली और सड़क जैसी बुनियादी जरूरतों के लिए परेशान हैं। यहाँ के निवासियों का कहना है कि जब माया सिंह मंत्री थी तब हमने उनसे इन बुनियादी सुविधाओं के लिए निवेदन किया था। उन्होंने वादा किया लेकिन पूरा नहीं हुआ। पिछले चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी रहे मुन्नालाल गोयल और भाजपा प्रत्याशी रहे सतीश सिकरवार को भी हमने अपनी परेशानी बताई । दोनो ने भरोसा दिया कि जल्दी काम हो जायेगा लेकिन आज तक कुछ नहीं हुआ। स्थानीय लोगों ने कहा कि विधायक बनने के बाद मुन्नालाल गोयल दो तीन बार आये और हर बार कहा जल्दी सुविधाएं मिलेगी लेकिन उनकी सरकार के सवा साल में भी कुछ नहीं हुआ। तो जब नेताओं को हमसे झूठे वादे ही करने है तो फिर मतदाता भी वोट क्यों दें।
सड़क के गड्ढे बनते हैं दुर्घटना का कारण
स्थानीय लोगों ने कहा कि सड़क पर बड़े बड़े गड्ढे हैं जो दुर्घटना का कारण बनते हैं। पिछले साल तीन लोग अस्पताल पहुंचे थे उनके सड़क के गड्ढों में गिरकर फ्रैक्चर हो गया था। हम लोग मुन्नालाल जी से मिले तो उन्होंने कहा कि टेंडर हो गए हैं तीन महीने में सड़क बन जायेगी लेकिन उनकी सरकार चली गई सड़क नहीं बनी। लोगों ने कहा बिजली के तारों के जाल भविष्य में कभी भी बड़ी दुर्घटना कर सकते हैं। लोगों ने बताया कि बिजली कंपनी ने पैसा जमा करवा लिया लेकिन प्रोपर तरीके से ना तो डीपी रखी न खंबे लगाए और ना ही केबल बिछाई। इसलिए हमेशा दुर्घटना का डर बना रहता है। स्थानीय लोगों ने कहा कि यहाँ सरकारी पानी आता नही है जब निजी बोरिंग सूख जाती हैं तो 400रुपये देकर टैंकर मंगाने पड़ते हैं।
घर के दरवाजे पर चिपकाए पोस्टर
आदित्यपुरम की पांच कॉलोनियों के पांच हजार मतदाताओं ने अपने घर के बाहर चुनाव बहिष्कार के पोस्टर लगा दिये हैं। पोस्टर पर उन्होंने लिखा है कि ” समस्त जनप्रतिनिधियों से अनुरोध है कि आप सभी के द्वारा बार बार झूठे आश्वासन दिये गए। न सड़क का निर्माण हुआ न बिजली के खंबे लगे न ही पानी की लाइन डली। जिससे क्षेत्रवासियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। कई बार जन प्रतिनिधियों से अनुरोध किया गया पर कोई सुनने वाला नहीं है। इस कारण आगामी चुनाव में हम सभी क्षेत्र के मतदाता चुनाव का बहिष्कार करेंगे” अंत में लिखा है वोटर, आस्था नगर, गोकुल धाम, वैष्णो धाम, महाराज इंक्लेव, आस्था ग्रीन सिटी।
बहरहाल क्षेत्र का मतदाता खुद को ठगा महसूस कर रहा है। उसका कहना है कि हमने पार्टी और प्रत्याशी दोनों को वोट दिया लेकिन किसी ने हमारे वोट की कद्र नहीं की इसलिए हम मतदान क्यों करें। अब देखना ये होगा कि भाजपा के संभावित प्रत्याशी मुन्नालाल गोयल और कांग्रेस इन मतदाताओं का गुस्सा कैसे शांत करती है।