ग्वालियर, अतुल सक्सेना। जन्माष्टमी के कार्यक्रम में पहुंचे उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Former Chief Minister UP Akhilesh Yadav) का ग्वालियर (Gwalior News) में गर्मजोशी से स्वागत किया गया। यादव समाज के सैकड़ों कार्यकर्ता अखिलेश यादव के स्वागत में सड़कों से कार्यक्रम स्थल तक जमा थे। खास बात ये है कि युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव मितेंद्र दर्शन सिंह (Youth Congress National Secretary Mitendra Darshan Singh) ने पूर्व मुख्यमंत्री का जोरदार स्वागत किया, स्वागत का आलम था कि बहुत बड़ी माला क्रेन पर लटकाई गई थी। स्वागत के बाद चर्चा शुरू हो गई है कि आने वाले समय में मितेंद्र दर्शन सिंह, यादव समाज का बड़ा चेहरा बनकर उभरेंगे। उधर कांग्रेस सहित अन्य पार्टियों में भी अलग तरह की चर्चाएं शुरू हो गई है।
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव आज ग्वालियर आये, उन्होंने जन्माष्टमी (Janmashtami 2022) के अवसर पर कोटेश्वर मंदिर के पास आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित किया और शोभयात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। खास बात ये रही कि अखिलेश यादव के स्वागत के बहाने आज ग्वालियर में यादव समाज ने अपना शक्ति प्रदर्शन किया। ये शक्ति प्रदर्शन आने वाले विधानसभा चुनाव के लिहाज से अहम माना जा रहा है।
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का कार्यक्रम था तो सामाजिक लेकिन स्वागत की होड़ ने इसे राजनीतिक बना दिया। युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव मितेंद्र दर्शन ने अखिलेश यादव का जोरदार स्वागत कर सबको चौंका दिया। मितेंद्र अखिलेश को अपने घर भी ले गए जहाँ उन्होंने भोजन किया।
एयरपोर्ट से लेकर पिंटो पार्क स्थित घर तक मितेंद्र दर्शन सिंह ने जबरदस्त शक्ति प्रदर्शन किया। सड़कों पर स्वागत द्वार से लेकर सैकड़ों की संख्या में समर्थक और समाज के युवा मौजूद थे जो अखिलेश यादव जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे, स्वागत की गर्मजोशी का आलम ये था कि बहुत बड़ी माला को क्रेन मशीन पर लटकाया गया था। मितेंद्र के घर पहुँचने पर उनकी मां ने अखिलेश यादव के हाथ पर राखी बांधी।
मीडिया से बात करते हुए अखिलेश यादव ने जन्माष्टमी की सभी को शुभकामनाएं दी, अखिलेश यादव ने कहा कि मुझे मौका दिया मैं इसके लिए धन्यवाद देता हूँ , मुझे बताया गया कि एक बार नेताजी (मुलायम सिंह यादव) भी ऐसे कार्यक्रम में शामिल हुए थे। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी पहले भी चुनाव पहले लड़ी थी मध्य प्रदेश में 2023 के इलेक्शन में समाजवादी पार्टी चुनाव लड़ेगी।
अखिलेश यादव ने भाजपा की सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में डबल इंजन की सरकार है लेकिन किसानों से किये वादे भूल गई। किसानों को फसल की कीमत नहीं मिलती। उन्होंने दावा किया कि भाजपा के लोग किसी से भी मिल लें, कितनी भी तैयारी कर लें लेकिन इस बार जनता उनके खिलाफ खड़ी है। भाजपा सरकारों ने किसान, युवा, मध्यमवर्ग सबके साथ धोखा किया है।
अखिलेश यादव ने बिहार में बने नए समीकरण की तारीफ करते हुए कहा कि इससे एक सन्देश गया है कि विपक्ष में बैठी पार्टियां एकजुट हो रही हैं। उत्तर प्रदेश में गठबंधन के सवाल पर उन्होंने कहा कि यूपी बड़ा प्रदेश है कौन किसके साथ गठबंधन करेगा अभी कुछ कहा नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी के पास अनुभव है हमने कई दलों से गठबंधन किया है, पार्टी अनुभव के हिसाब से फैसला लेगी।
अपने समाज के लोगों के लिए अखिलेश यादव ने कहा कि यहाँ यादव समाज की आबादी बहुत है उसे सोचना चाहिए कि किसके साथ चलें। 2023 चुनावों से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में हम कई बार दूसरे नंबर पर भी आये कई बार जीते भी लेकिन हमारे जो अच्छे लोग होते हैं उनको या तो भाजपा ले लेती है या कांग्रेस ले लेती है। मितेंद्र के सवाल पर अखिलेश यादव ने मुस्कुराकर कहा “मैं इनके साथ हूँ।”
बहरहाल सामाजिक यात्रा पर ग्वालियर आये उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की यात्रा राजनीतिक हो गई। युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव मितेंद्र दर्शन सिंह के जोरदार स्वागत ने कांग्रेस सहित अन्य दलों में खलबली मचा दी है। कांग्रेस में अंदरखाने चर्चा है कि जिस तरह पिछले चुनावों में पार्टी ने मितेंद्र को कोई विशेष तबज्जो नहीं दी, ये कहीं उसी का जवाब तो नहीं है। उधर यादव समाज के वर्तमान नेता भी परेशान हैं, उनकी चिंता है कि मितेंद्र दर्शन सिंह कहीं यादव समाज का बड़ा चेहरा बनकर तो नहीं उभर रहे?
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Atul Saxena
पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....
पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....