शहर काज़ी के जनाज़े में भीड़ का मामला, कल चुप रहे जिम्मेदार, आज तहसीलदार को थमाया नोटिस

ग्वालियर । अतुल सक्सेना| शहर काज़ी अब्दुल हमीद कादरी के जनाज़े में जुटी जबरदस्त भीड़ ने शहर में एक बहस छेड़ दी है। अखबारों और सोशल मीडिया पर जनाज़े के साथ चल रही भीड़ की तस्वीर जब लोगों ने देखी तो दंग रह गए। लोगों ने अपने अपने तरीके से इसकी शिकायत की और विरोध किया। बढ़ते विरोध के बाद कल चुप रहे जिम्मेदार जागे और उन्होंने क्षेत्रीय तहसीलदार को नोटिस थमा दिया।

35 साल तक शहर काज़ी की पदवी संभालने वाले जनाब अब्दुल हमीद कादरी का शनिवार जो इंतकाल हो गया। उन्हें शनिवार शाम को एबी रोड स्थित कब्रिस्तान में सुपुर्दे खाक किया गया। सिंधिया परिवार और कांग्रेस से लंबे समय तक जुड़े रहने और कई राजनैतिक और सामाजिक जिम्मेदारियों वाले पद पर रहने के कारण उनके निधन पर शोक संवेदनाएं देने वालों की भीड़ लग गई। जब उनका जनाज़ा उनके घर माधौगंज चौराहे से महाराज बाड़ा होते हुए निकला तो उसमें सेंकड़ों लोग इकट्ठा हो गए और जब जनाज़ा एबी रोड, नेहरू पेट्रोल पंप के पास स्थित कब्रिस्तान पहुंचा तो लोगों का दावा है कि संख्या एक हजार को पार कर गई। जनाज़े में शामिल लोग मुँह पर मास्क तो पहने थे लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग की खुलकर धज्जियां उड़ी। खास बात ये रही कि जनाज़े में शामिल होने ग्वालियर दक्षिण विधायक प्रवीण पाठक सहित कांग्रेस सहित अन्य राजनैतिक दलों से जुड़े जन प्रतिनिधि पहुंचे लेकिन किसी ने सोशल डिस्टेंसिंग के उल्लंघन का पालन नहीं कराया। सबसे खास बात जहाँ से जनाज़ा उठा और जहाँ दफन किया गया वहाँ तक दो थाना क्षेत्र की सीमाएं हैं, पुलिस भी सुरक्षा के लिए लगी रही लेकिन उसने भी नियम का पालन कराना अपनी जिम्मेदारी नहीं समझा। जब जनाज़े की तस्वीरे सोशल मीडिया पर वायरल हुई और अखबारों में छपी, टीवी पर दिखी तो बहस छिड़ गई कि कोरोना जैसी महामारी में लोग कैसे लापरवाह हो सकते हैं। कैसे दूसरों को संकट में डाल सकते हैं। लोगों ने अपने अपने तरीके से विरोध करना शुरू कर दिया। विरोध के बाद कल तक चुप रहने वाले जिला प्रशासन ने आज क्षेत्रीय तहसीलदार को नोटिस थमा दिया।


About Author
न्यूज डेस्क, Mp Breaking News

न्यूज डेस्क, Mp Breaking News