ग्वालियर, अतुल सक्सेना। शहर की चरमराई सफाई व्यवस्था (Cleaning system) को लेकर तमाम निर्देशों और फटकार के बावजूद नगर निगम (Municipal Corporation) का सफाई अमला शहर को साफ सुथरा नहीं रख पा रहा। ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर (Pradyuman Singh Tomar) द्वारा बार बार झाड़ू लगाकर सफाई कर्मियों को प्रोत्साहित करने के बावजूद शहर से कचरा साफ नहीं हो पाता। अब नगर निगम प्रशासक (Municipal Corporation Administrator) ने इसे अपने हाथ में लिया है। नई व्यवस्था के तहत अब गूगल मीट (Google meat) से सफाई व्यवस्था की मॉनिटरिंग होगी।
नगर निगम ग्वालियर (Municipal Corporation Gwalior) के अंतर्गत आने वाले सभी 66 वार्डों को पूर्ण स्वच्छ बनाने एवं स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 की तैयारियों की मॉनीटरिंग को लेकर संभागायुक्त एवं निगम प्रशासक आशीष सक्सेना ने गूगल मीट मॉनीटरिंग व्यवस्था प्रारंभ की है। हालांकि पहले दिन 7 वार्ड मॉनीटर मीटिंग के दौरान अनुपस्थित रहे। जिसको लेकर निगम प्रशासक श्री सक्सेना ने नाराजगी व्यक्त करते हुए अनुपस्थित वार्ड मॉनीटरों के खिलाफ कार्यवाही के निर्देश दिए। गौरतलब है कि शहर को साफ व स्वच्छ बनाने एवं स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 में उच्चतम रैंक के लिए नगर निगम ग्वालियर द्वारा जिला प्रशासन के सहयोग से युद्व स्तर पर कार्य किए जा रहे हैं। बावजूद इसके आशानुरूप परिणाम दिखाई नहीं दे रहे। शहर में जगह जगह कचरे के ढेर लगे दिखाई देते रहते हैं। बार बार मिल रही शिकायतों के बाद अब नगर निगम प्रशासक एवं संभाग आयुक्त आशीष सक्सेना ने इसकी प्लानिंग की है। गूगल मीट पर प्रतिदिन नगर निगम प्रशासक श्री सक्सेना के साथ कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह एवं निगमायुक्त संदीप माकिन सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहर इसकी मॉनिटरिंग करेंगे।
सोमवार से शुरू हुई गूगल मीट मॉनिटरिंग के दौरान वार्ड मॉनिटरों से उनके क्षेत्र की सफाई के बारे में जानकारी ली जा रही हैं। गूगल मीट में निगम प्रशासक द्वारा निर्देश दिए गए कि सफाई व्यवस्था को दुरुस्त रखने एवं त्वरित कार्य के लिए सभी वार्ड मॉनीटरों को 10 हजार रुपए अग्रिम प्रदान किए जाएं। इसके साथ ही सभी वार्डों में छोटे छोटे कचरा ट्रांसफर स्टेशन बनाकर प्रतिदिन उनके फोटो डाले जाएं। वहीं क्षेत्रों में चल रहे निर्माण कार्य से हो रही गंदगी पर संबंधित ठेकदार पर जुर्माना किया जावे। इसके साथ ही साफ सफाई व्यवस्था के लिए जिन वार्डों में जेसीबी व डम्पर की व्यवस्था नहीं है वहां वार्ड मॉनीटर किराए से उक्त मशीनरी लेकर निगम की स्वीकृत दरों पर भुगतान कराएं।
गूगल मीट के दौरान कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने निर्देश दिए कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन का कार्य शत प्रतिशत हो इसके लिए सभी आवश्यक प्रयास करें। इसके साथ ही प्रत्येक घर से कचरा कलेक्शन का रजिस्टर संधारित भी अनिवार्य रूप से होना चाहिए। डोर टू डोर कचरा कलेक्शन कार्य में लगे वाहनों पर जीपीएस लगा होना चाहिए।