अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर लड़कियों के साथ मारपीट और छेड़छाड़, तीन हिरासत में

Atul Saxena
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ग्वालियर, अतुल सक्सेना। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस (international women’s day)पर आज जहाँ पूरा विश्व महिलाओं का सम्मान कर रहा है वहीँ ग्वालियर (Gwalior News) में एक शर्मसार कर देने वाला घटनाक्रम सामने आया है। यहाँ एक सम्मान समारोह से लौट रही लड़कियों के साथ कुछ मनचलों ने ना सिर्फ छेड़छाड़ की बल्कि उनके साथ मारपीट भी की। घटना का वीडियो वायरल हो रहा है। पुलिस ने तीन मनचलों को हिरासत में ले लिए है जबकि तीन अन्य फरार बताये जा रहे हैं।

पूरा घटनाक्रम विश्व विद्यालय थाना क्षेत्र के सचिन तेंदुलकर मार्ग का है। जानकारी के अनुसार गोल्डन लोटस गार्डन में आज महिला दिवस के मौके पर गोल्डन इवेंट कंपनी द्वारा सम्मान समारोह आयोजित किया गया था। इसमें एक फैशन इंस्टीट्यूट की स्टूडेंट्स ने भी हिस्सा लिया।  जब ये लड़कियां कार्यक्रम से वापस लौट रहीं थी तब सड़क पर करीब 6 मनचलों ने उनपर फब्तियां कसनी शुरू की।

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लड़कियों ने शुरू में इग्नोर किया तो वीडियो बनाने लगे, लड़कियों ने जब वीडियो नहीं बनाने और जो वीडियो बने अहइ उसे डिलीट करने के लिए कहा तो लड़के अभद्रता करने लगे।  उन्होंने लड़कियों के साथ मारपीट शुरू कर दी।  सड़क पर लड़कियों के साथ मारपीट होता देख आसपास के लोग इकठ्ठा हो गए उन्होंने लड़कों को पकड़ लिया लेकिन तीन लड़के मौका देखकर भाग गए।

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भीड़ ने लड़कों की पिटाई लगाई और उन्हें पकड़कर विश्वविद्यालय थाने लेकर पहुंची। वहां पुलिस ने लड़कियों की शिकायत पर तीन मनचले लड़कोकण को हिरासत में ले लिया। उधर लड़कों के परिजन भी पुलिस थाने पहुँच गए और लड़कियों से उनके बच्चों को माफ़ करने की गुहार लगाने लगे लेकिन लड़कियों ने कहा कि यदि आज माफ़ कर दिया तो ये कल फिर किसी दूसरी लड़की के साथ छेड़छाड़ करेंगे। फ़िलहाल पुलिस आरोपी लड़कों से पूछताछ कर रही है।

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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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