Shankaracharya Avimukteshwarananda on Pahalgam terrorist attack : पहलगाम आतंकवादी हमले पर ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि अब तो मानना पड़ेगा कि आतंकवाद का धर्म होता है और ये इस्लाम है, उन्होंने कहा जब ये पूछकर गोली मारी जा रही है कि तुम हिंदू हो तो हमें चिंता हो रही है कि हम अब हिन्दुओं की रक्षा करें?
मीडिया से हमेशा मुखातिब रहने वाले शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने पहलगाम आतंकवादी हमले पर दुःख जताया और आक्रोश भी जताया है, उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार और जम्मू कश्मीर की उमर अब्दुल्ला सरकार पर बरसते हुए कहा कि ये सरकारें अपनी जिम्मेदारी से नहं भाग सकती, कैसे आतंकवादी पहलगाम में घुस आये और पर्यटकों को निशाना बनाया, आपके सुरक्षित कश्मीर के दावे कहाँ गए? 370 हटने के बाद कश्मीर में अमन चैन के वादों का क्या हुआ?

हमले का बदला तो लिया ही जाना चाहिए
शंकराचार्य ने नाराजगी जताते हुए कहा कि सरकार ने चार फैसले ले लिए और अब इसका चुनावों में राजनैतिक लाभ उठा लेगी, लेकिन जिनके कारण ये सब हुआ उनका क्या ? जिसने किया उसे तो सजा मिलेगी और मिला भी चाहिए इसका बदला तो लिया ही जाना चाहिए लेकिन जिसकी जिम्मेदारी थी और वो उससे चूक गया उसे सजा कौन देगा ? उसकी पहचान कौन करेगा ?
जरुरत पड़ी तो हिंदू हाथों में शस्त्र भी उठाएगा
आक्रोशित शंकराचार्य ने एक सवाल के जवाब में कहा कि अब सरकार से जो अपेक्षाएं थी उससे भरोसा उठ गया है, जरुरत पड़ी तो हिंदू ट्रेनिंग लेगा, जरुरत पड़ी तो हिंदू हाथों में शस्त्र भी उठाएगा, अपनी रक्षा करनी है तो ये करना ही होगा, अब हम किसके भरोसे रहेंगे? उन्होंने कहा आज पहलगाम ने धर्म पूछकर गोली मार दी गई तो हमें चिंता इस बात को हो रही है कि हम हिंदुओं की रक्षा कैसे करें?
आतंकवाद का धर्म होता है, ये है इस्लाम
शंकराचार्य ने हिन्दुओं के पलायन के सवाल पर कहा कि अज जब देश में हिंदुओं की सरकार है एमपी में तो 20 साल से ज्यादा समय से हिंदुओं की सरकार है फिर क्यों ऐसा हो रहा है, ये सवाल तो सरकार को ही देना होगा, आतंकवाद के धर्म के सवाल पर उन्होंने कहा कि मैं कहता हूँ आतंकवाद का धर्म होता है आज साबित हो गया है और ये धर्म है इस्लाम , उन्होंने कहा क्यों इस्लाम धर्म गुरु नहीं कहते कि जो ये कर रहे हैं वे मुसलमान नहीं है क्यों ऐसे लोगों को इस्लाम से ख़ारिज नहीं किया जाता ?
अब देश में सनातनी विचारधारा की राजनीति की जरूरत
एक सवाल के जवाब में शंकराचार्य ने कहा, राष्ट्र के हित का मतलब है बहुसंख्यक लोगों का हित और वे हैं सनातन धर्मी हिंदू लेकिन 78 साल से हिंदुओं की एक मांग गौहत्या बंद करने की मांग को कोई सरकार पूरा नहीं कर पाई, चाहें कांग्रेस की सरकार रही हो, वामपंथी सरकारें हो, भाजपा की सरकारें हो, किसी ने ये नहीं किया इसलिए अब देश में सनातनी विचारधारा की राजनीति की जरूरत है।
ग्वालियर से अतुल सक्सेना की रिपोर्ट