मध्यप्रदेश पुलिस के सूत्र वाक्य “देश भक्ति जन सेवा” में छिपी जन सेवा अपराधियों से समाज को बचाने तक ही सीमित होकर रह गई थी, लेकिन कोरोना संकट में पुलिस जन सेवा शब्द को चरितार्थ करती दिखाई दे रही गई। ग्वालियर में गुरुवार को इसका उदाहरण देखने को मिला जब पुलिस ने एक परिवार की शादी में ना सिर्फ मदद की बल्कि अपनी मौजूदगी में शादी की रस्में भी पूरी करााई।
कम्युनिटी पुलिसिंग के पक्षधर ग्वालियर पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन ने समाज को पुलिस से दोस्ती और अपराधियों में पुलिस का खौफ फार्मूले के आधार पर जिले की पुलिसिंग में बहुत बदलाव किये। जागरूकता कार्यक्रम, सेमिनार आदि समय समय पर आयोजित होते रहे जिसका परिणाम ये हुआ कि लोग बेखौफ अपनी समस्या लेकर पुलिस के पास पहुंचने लगे। लॉक डाउन में तो इसका व्यापक असर देखने को मिला। लोग बेहिचक पुलिस से मदद मांग रहे हैं और पुलिस भी आगे बढ़कर मदद कर रही है।
ऐसा ही एक खूबसूरत उदाहरण गुरुवार को ग्वालियर में देखने को मिला जब पुलिस ने एक परिवार की मदद करते हुए शादी के लिए इंतजाम किये बल्कि अपनी मौजूदगी में शादी की रस्में भी पूरी कराई। टीआई कंपू विनय शर्मा के मुताबिक नरसिंहपुर न्यायालय में पदस्थ अतुल काले का आज की तारीख में विवाह प्रस्तावित था लेकिन लॉक डाउन के कारण परिवार परेशान और चिंतित था । पंडितों ने कहा कि यदि अभी शादी नहीं हुई तो अगले दो ढाई वर्ष तक विवाह के योग नहीं बन रहे हैं। परिवार के बुजुर्ग निराश थे। अतुल काले ने थाना कंपू पर संपर्क कर किया तो उन्हें प्रशासन से अनुमति लेने की सलाह दी गई। अतुल ने प्रशसान से शादी की अनुमति लेकर थाने पर दिखाई और निवेदन किया कि वे पुलिस की मौजूदगी में विवाह करना चाहते हैं। टीआई विनय शर्मा ने कहा कि अतुल काले के निवेदन को हमने स्वीकार किया और आर्य समाज मंदिर नया बाजार में अपने फोर्स के साथ मौजूद रहकर शादी की रस्में पूरी कराई। यहाँ अतुल काले का विवाह लक्ष्मीगंज निवासी कल्याणी जगताप के साथ संपन्न हुआ। पुलिस और दोनों परिवारों के सदस्यों ने वर वधु को आशीर्वाद दिया। खास बात ये रही कि यहाँ वर वधु सहित परिवार के लोगों ने मास्क लगाया अथवा मुँह को कपड़े से ढँक का सोशल डिस्टेंसिंग जैसे महत्वपूर्ण नियम का पालन किया। इस दौरान पुलिस की मौजूदगी में मास्क, ग्लव्ज, सेनेटाइजर आदि का परिजनों ने वितरण किया। पुलिस ने यहाँ कोरोना को लेकर लोगों को जागरूक भी किया।