ग्वालियर के रेड लाइट एरिया में पुलिस की रेड, नाबालिग बच्चियां बरामद, एक आरोपी हिरासत में

Amit Sengar
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ग्वालियर, अतुल सक्सेना। ग्वालियर (Gwalior) शहर के रेड लाइट एरिया के नाम से बदनाम बस्ती बदनापुरा, रेशमपुरा में आज सुबह पुलिस ने छापा मार कार्यवाही कर नाबालिग बच्चियां बरामद की हैं बच्चियों की उम्र 7 से 15 साल के बीच है। पुलिस ने एक आरोपी को हिरासत में लिया है।

जानकारी के मुताबिक पुलिस को सूचना मिली थी कि रेड लाइट एरिया बदनापुरा, रेशमपुरा में कुछ बच्चियां हैं जिन्हें बाहर से लाया गया है। सूचना के बाद आज सुबह क्राइम ब्रांच पुलिस वहां छापा मारा। करीब 150 से ज्यादा पुलिस जवान व अफसरों ने एक साथ चारों तरफ से यहां घेराबंदी कर एक-एक घर को सर्च किया गया। इस सर्चिंग में पुलिस को बदनापुरा से 6 नाबालिग बच्चियां मिली। बच्चियां किसकी हैं यह पता नहीं चल सका पुलिस ने एक युवकों को भी हिरासत में लिया और पूछताछ शुरू की।

एडिशनल एसपी मृगाखी डेका ने बताया कि पूछताछ के दौरान 6 में से तीन बच्चियों के संबंध में उनके परिजनों ने सुबूत दिये। बच्चियां वहीं की हैं जबकि तीन बच्चियों के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाई है। इसलिए मानव तस्करी अथवा दे व्यापार जैसे अपराध की शंका के आधार पर जांच की जा रही है। यदि बच्चियों के पेरेंट्स सामने आते हैं या कोई सुबूत सामने आते हैं तो ठीक हैं वरना जैसा अपराध सामने आयेगा उस हिसाब से कार्यवाही की जायेगी।

आपको बता दें कि ग्वालियर मुरैना बॉर्डर पर शहर के पुरानी छावनी इलाके में आने वाला बदनापुरा और रेशमपुरा गांव मानव तस्करी और देह व्यापार के लिए लड़कियों की खरीद फरोख्त के लिए हमेशा से बदनाम रहा है। यहां कई बार पुलिस को नाबालिग लड़कियां मिली हैं। यहां जब भी पुलिस की रेड होती है तो आरोपी या तो भाग जाते हैं या फिर हंगामा करते है। फिलहाल पुलिस गंभीरता से जांच कर रही है।


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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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