नकली आयुर्वेद व हेल्थ पाउडर बनाने वाले कारखाने पर पुलिस की दबिश, लाखों का पावडर जब्त, दो आरोपी गिरफ्तार

Atul Saxena
Published on -

Gwalior News : ग्वालियर पुलिस ने एक बड़ी कार्यवाही करते हुए नकली आयुर्वेद व हेल्थ पाउडर बनाने वाले कारखाने पर छापा मारकर वहां से भारी मात्रा में तैयार पैक्ड पावडर, कच्चा माल और रैपर जब्त किये हैं, जब्त नकली आयुर्वेद व हेल्थ पाउडर की कीमत लाखों रुपये बताई जा रही है, पुलिस ने कारखाने से दो आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है।

दरअसल ग्वालियर पुलिस को थाटीपुर  थाना क्षेत्र में स्थित सत्यम फार्मेसी के संचालक मनोज शर्मा ने पिछले दिनों शिकायत की थी कि उसकी कंपनी के नाम से नकली आयुर्वेदिक दवाइयां बेची जा रही हैं। शिकायत मिलने एसपी राजेश सिंह चंदेल ने एडिशनल एसपी राजेश डण्डोतिया को एक्शन लेने के निर्देश दिए।

वरिष्ठ अधिकारियों का निर्देश मिलते ही पुलिस ने प्लानिंग के तहत ग्राहक बन कर फार्मेसी दुकान पर जाकर उक्त नकली दवाइयों की कंपनी  के सेल्समेन कोे माल खरीदने के बहाने से बुलाया। जैसे ही सेल्समेन आया पुलिस ने उसे पकड़ लिया और  उससे एम.सत्यम फार्मेसी के मिलते जुलते प्रोडक्ट के संबंध में पूछताछ की तो पूछताछ में पता चला कि यह प्रोडक्ट जनकगंज थाना क्षेत्र के शशि अपार्टमेंट के एक फ्लैट में बनाये जा रहे है।

पुलिस ने सेल्समेन के बताये फ्लैट पर दबिश दी तो वहां दो व्यक्ति नकली प्रोडक्ट तैयार कर रहे रहे थे। जिन्होंने पुलिस टीम को देखकर भागने का प्रयास किया लेकिन पुलिस ने दोनों व्यक्तियों को घेराबंदी कर पकड लिया। पुलिस टीम को मौके से लाखों  रुपये का कच्चा माल, तैयार प्रोडक्ट, पाउडर के खाली डिब्बे व कई प्रकार के प्रोडक्ट पर चिपकाये जाने वाले रैपर मिले जिनके संबंध में पुलिस टीम द्वारा वैध लायसेंस चाहा गया को तो पकड़े गये दोनों व्यक्तियों के पास कोई वैध लायसेंस नहीं मिला। लायसेंस नहीं होने के बाद पुलिस ने मौके पर मिले माल को जब्त कर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया, पुलिस आरोपियों से नकली प्रोडक्ट के संबंध में पूछताछ कर रही है।

ग्वालियर से अतुल सक्सेना की रिपोर्ट 


About Author
Atul Saxena

Atul Saxena

पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

Other Latest News