ग्वालियर, अतुल सक्सेना
जिस तकनीक को अपनाकर एक वेब डिजाइनर ने अपराध किया उसी तकनीक के सहारे पुलिस ने उसे पकड़कर जेल भेज दिया। पुलिस आरोपी को एक साल से ढूंढ रही थी और वो बड़ी मशक्कत के बाद पकड़ में आया। खास बात ये है कि आरोपी नोएडा के एक विश्वविद्यालय में वेब डिजाइनर है। पुलिस ने उसके कब्जे से लेपटॉप और फोन बरामद किए हैं, जिसकी फॉरेंसिक एक्सपर्ट जांच कर रहे हैं।
एसपी साइबर सेल सुधीर अग्रवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि तेजेंद्र लोधी नामक फरियादी ने एक साल पहले शिकायत की थी कि कोई व्यक्ति उनके परिवार की महिलाओं की फर्जी फेसबुक आईडी बनाकर अश्लील फोटो पोस्ट कर रहा है। ये व्यक्ति परिवार के पुरुषों के बारे में भी गंदे कमेंट कर रहा है। शिकायत महिलाओं से जुड़ी थी तो पुलिस ने इसे गंभीरता से लिया और साक्ष्य जुटाने शुरू किये। पुलिस ने जब आईटी एक्सपर्ट की मदद ली तो मालूम चला कि कोई व्यक्ति नोएडा से आईपी एड्रेस बदलकर ये काम कर रहा है। पुलिस को साक्ष्य जुटाने के बाद मालूम चला कि ग्वालियर का रहने वाला नानक चंद्र लोधी नोएडा के एक विश्व विद्यालय में वेब डिजाइनर है। उसी ने आईपी एड्रेस बदलकर यह फर्जी फेसबुक आईडी बनाई है और इस पर अश्लील फोटो लोड किए हैं। सायबर पुलिस साल भर से आरोपी नानक चंद्र लोधी को तलाश रही थी, लेकिन वह नोएडा में फरारी काट रहा था। पुलिस ने उसके कई ठिकानों पर दबिश दी लेकिन वो हाथ नहीं आया। इसी बीच पुलिस को सूचना मिली कि वो ग्वालियर आया हुआ है और दिल्ली जाने वाला है जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस पूछताछ में यह खुलासा हुआ कि नानक चंद्र लोधी का अपने ससुराल पक्ष से विवाद हुआ था और उसी के चलते उसने फोटो मॉर्फिंग कर फेसबुक आईडी पर अपलोड किए। साइबर टीम ने आरोपी के पास से दो लैपटॉप और एक मोबाइल जप्त किया है। आरोपी नोएडा की एक प्रतिष्ठित आईटी कंपनी से पास आउट वेब डिज़ाइनर है। वो टेक्निकल एक्सपर्ट है और इसी का फायदा उठाकर ससुराल वालों को बदनाम करने की नीयत से उसने ये काम किया। लेकिन अब उसी तकनीक का सहारे पुलिस ने उसे सलाखों के पीछे पहुँचा दिया है।